आपकी एक चूक कर सकती है आपका Bank account खाली, ऐसे हो रही ठगी, इस तरह बचें
शातिर अपराधियों की नजर आपके बैंक अकाउंट पर है। साइबर क्राइम को सिर्फ आप ही रोक सकते हैं। पुलिस तो सिर्फ मामला दर्ज करेगी।
अंबाला शहर [कुलदीप चहल]। आपकी एक चूक बैंक खाता खाली कर सकती है। शातिर अपराधियों की नजर आपके बैंक अकाउंट पर है। साइबर क्राइम को सिर्फ आप ही रोक सकते हैं। पुलिस तो सिर्फ मामला दर्ज करेगी। अकेले अंबाला जिले की ही बात करें तो जुलाई से अब तक 11 मामले सामने आएं हैं, जिनमें करोड़ों की ठगी हो चुकी है।
साइबर अपराधियों का तरीका ही ऐसा है कि हर कोई उनके झांसे में आ जाता है। मामला पुलिस तक पहुंचता है, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी होती है। अब साइबर अपराधी App के जरिये ठगी को अंजाम दे रहे हैं, जबकि डुप्लीकेट Website और Email आइडी बनाकर भी बड़े कारोबारियों को चूना लगा रहे हैं। पुलिस और बैंक अधिकारी इस बारे में जागरूक तो कर रहे हैं, बावजूद इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।
इन तरीकों से ठग बना रहे निशाना
- इन दिनों लोग कॉल कर App Downloadकरने को कहते हैं। इसके लिए कोई भी लालच दिया जाता है। जैसे ही आप इसे क्लिक करते हैं, तो जानकारी शातिर हासिल कर लेता है और इसी के आधार पर वह आपके खाते से भारी भरकम राशि उड़ा सकता है।
- Online सामान बेचने वाली साइट के माध्यम से भी ठगी हो सकती है। एक बड़ी डील का लालच देकर आपको किसी एक अकाउंट में राशि जमा करवाने को कहा जा सकता है। जैसे ही राशि जमा होती है, तो अकाउंट व Mobile बंद मिलता है।
- बीमा कंपनी का अधिकारी बनकर फोन करते हैं और कहते हैं आपके बीमा की अवधि समाप्त होने वाली है। एजेंट के माध्यम से पॉलिसी लगवा देते हैं, ज्यादा फायदा होगा। इसके बाद बीमा पॉलिसी की सारी डिटेल मांगी जाती है और पैसा Online मंगवाया जाता है।
- नौकरी लगवाने का लालच दिया जाता है और Online आवेदन करने वालों से प्रोसेसिंग फीस आदि के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूल कर ली जाती है। बाद में इंटरव्यू के नाम पर यह ठगी की जाती है।
- बड़े कारोबारियों की क्लाइंट डिटेल हासिल करने के बाद उनकी कंपनी की डुप्लीकेट Email और Website तैयार की जाती है। इसमें बड़ी ही चालाकी से Email आइडी व Website की स्पेलिंग में एक अक्षर का बदलाव किया जाता है ताकि किसी को शक न हो।
इस तरह से भी की जाती है ठगी
इंटरनेट के जरिये ठगी करने सबसे आसान है। इसमें Email, चैटिंग रूम, वेब Application, Online फर्जी नीलामी ऑफर, क्रेडिट या Debit Card का क्लोन तैयार कर, इनवेस्टमेंट फर्म बनाकर भी साइबर अपराधी लोगों की खून पसीने की कमाई को लूट लेते हैं।
दो माह में पुलिस के पास आए मामले
- 01 जुलाई को प्रेमचंद के खाते से 50-50 हजार करके दो बार रुपये निकलवाये, Debit Card उनके पास था।
- 06 जुलाई को विनोद चौधरी के खाते से शातिर ने Debit Card की जानकारी लेकर 1.10 लाख रुपये निकलवाए।
- 10 जुलाई को उदित शर्मा को Google pay Application Download करवाई और तीन लाख रुपये की ठगी।
- 11 जुलाई मेहर सिंह को बीमा पॉलिसी के नाम पर करीब 13.25 लाख की ठगी।
- 15 जुलाई को मॉल्विन टॉम से पेटीएम के जरिये ठगी करीब 25 हजार की ठगी।
- 19 जुलाई को बेअंत सिंह को इनकम टैक्स आफिसर बनकर 12.50 लाख की ठगी।
- 30 जुलाई कारोबारी डा. आशावंत की कंपनी की फर्जी Email ID और Website बनाकर 1.02 करोड़ की ठगी ।
- 07 अगस्त, अवतार सिंह निवासी मियां माजरा, नग्गल थाना से Online पेमेंट जमा करवाने का झांसा देक 38 लाख रुपये का फ्रॉड।
- 05 अगस्त धीरेश कुमार निवासी करतार नगर मॉडल टाउन शहर को Google play store से App Download करने को कहा, 1.44 लाख का चूना।
- 01 अगस्त जितेंद्र बख्शी अंबाला छावनी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज, उनके प्रोडक्ट को अपने नाम से Online किया।
इस तरह से बच सकते हैं
- अपना Debit Card हासिल करने के बाद उस पर अपने साइन अवश्य करें।
- Debit Card पर कभी भी इसका पिन नंबर न लिखें।
- Debit या Credit Card गुम होने पर लॉक करें और जानकारी बैंक को दें।
- कार्ड से पेमेंट करते वक्त डाली गई राशि और रसीद का मिलान करें।
- किसी भी अनजान लिंक को क्लिक न करें।
चलाया जाता है जागरूकता अभियान
अंबाला के एसपी अभिषेक जोरवाल का कहना है कि साइबर क्राइम से निपटने के लिए पुलिस जागरूकता अभियान चलाती है। साइबर सेल ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सक्षम है। लोग भी थोड़ा सतर्क रहें, तो ऐसे मामलों में काफी कमी आ सकती है।
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