एक साल बाद खुलेगा एयरफोर्स का गेट, बंदूकों के पहरे में नागा बाबा की समाध पर लगेगा मेला
पूरे एक साल बाद आज फिर से अंबाला छावनी धूलकोट गांव स्थित एयरफोर्स का गेट खुलेगा और स्टेशन के अंदर स्थित नागा बाबा की समाध पर सालाना मेला लगेगा। बंदूकों के साए में हजारों श्रद्धालु सुबह 6 से शाम 4 बजे तक नागा बाबा समाध पर माथा टेककर अपनी मन्नतें मांगेंगे।
जागरण संवाददाता, अंबाला : पूरे एक साल बाद आज फिर से अंबाला छावनी धूलकोट गांव स्थित एयरफोर्स का गेट खुलेगा और स्टेशन के अंदर स्थित नागा बाबा की समाध पर सालाना मेला लगेगा। बंदूकों के साए में हजारों श्रद्धालु सुबह 6 से शाम 4 बजे तक नागा बाबा समाध पर माथा टेककर अपनी मन्नतें मांगेंगे। एयरफोर्स स्टेशन के अंदर मेला लगने के कारण यहां आसपास सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। 500 से अधिक पुलिस, सेना व एयरफोर्स जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा सेना की खुफिया सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह सतर्क हो गई है और समाध पर अंदर आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जाएगी। किसी भी श्रद्धालु को मोबाइल, पर्स, जेवरात, चेन, कड़ा, कैमरा या अन्य किसी भी प्रकार का सामान गेट के अंदर लेकर जाने की परमिशन भी नहीं होगी। उधर, समाध पर चढ़ने वाले चढ़ावे को लेकर न्यू अंबेडकर सभा और श्री गुरुद्वारा ¨सह सभा के बीच चल रही तनातनी को लेकर इस बार प्रशासन ने समाध पर किसी भी प्रकार चढ़ावा चढ़ाने से भी इंकार कर दिया है। शनिवार को एयरफोर्स व पुलिस अधिकारियों ने मेले को लेकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
कई दिनों से तैयार किया जा रहा लंगर
धूलकोट गांव में ही श्री ¨सह सभा का गुरुद्वारा है जहां पिछले कई दिनों से मेले को लेकर तैयारियां की जा रही है। 6 फरवरी से गुरुद्वारा परिसर में हजारों श्रद्धालुओं के लिए लंगर तैयार किया जा रहा है। गांव की कुछ महिलाओं की ड्यूटी सब्जी काटने में लगाई गई है तो कुछेक की ड्यूटी लंगर बनाने में लगाई गई है। गुरुद्वारा गेट के बाहर ही श्रद्धालुओं के लिए दो लंगर लगाए जाएंगे। उधर, श्रीगुरु रविदास मंदिर और एससी चौपाल परिसर में द अंबेडकर सभा की ओर से श्रद्धालुओं के लिए अलग से लंगर बनवाया जा रहा है।
गेट तक जाने वाले रास्तों पर लगाए गए नाके
एयरफोर्स स्टेशन के जिस गेट से श्रद्धालुओं की एंट्री होगी, वहां तक पुलिस या प्रशासन को छोड़कर अन्य किसी व्यक्ति का कोई वाहन नहीं जाएगा। इसके अलावा यहां गेट तक पहुंचने के लिए पुलिस की ओर से अलग-अलग दिशाओं में कई नाके लगाए गए है। बलदेवनगर की ओर से आने वाले वाहनों को रोकने के लिए गांव के एंट्री में ही नाका लगा दिया गया है। जबकि सेनाक्षेत्र की ओर से आने वाली सड़क के एंट्री पर पुलिस नाका लगाया गया है।
500 से अधिक जवानों की लगाई गई ड्यूटी
एयरफोर्स स्टेशन अतिसंवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। इसलिए यहां किसी भी प्रकार की छोटी सी चूक भी सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ा सकती है। ऐसे में प्रशासन ही नहीं बल्कि पुलिस, सेना, एयरफोर्स और सुरक्षा एजेंसियां भी किसी तरह की कोई लापरवाही बरतने के मूड़ में नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था को पैना करने के लिए एयरफोर्स गेट से लेकर अंदर समाध तक, बाहर गांव में मेला परिसर के आसपास 500 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। पुलिस या सेना की वर्दी के अलावा सुरक्षा जवान सिविल ड्रेस में श्रद्धालुओं के बीच ही रहेंगे। जिले के सभी थाना, चौकी और सीआइए टीमों की ड्यूटी भी यहीं पर लगाई गई है।
एयरफोर्स के अंदर और बाहर बनाया रास्ता
एयरफोर्स स्टेशन के अंदर और बाहर दोनों तरफ जमीन में बल्लियां लगाकर उन पर रस्सियां बांधी गई है। ऐसे में समाध पर जाने वाले किसी भी व्यक्ति को रस्सियों से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। इसके लिए अंदर अलग से जवानों को तैनात किया जाएगा। साथ ही गेट के अंदर परिसर में सीसीटीवी कैमरों के अलावा जवान खुद भी कैमरे लेकर वीडियो बनाएंगे। उधर, गेट के बाहर द अंबेडकर सभा और श्री गुरुद्वारा ¨सह सभा की ओर से श्रद्धालुओं को समाध पर कोई राशि नहीं चढ़ाने की जानकारी देने के लिए अपने-अपने बैनर लगवा दिए गए है।
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श्रद्धालुओं के लिए तैयार करवाया लंगर
इस मेले में हर साल दूर-दराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते है। इसलिए गुरुद्वारे में ¨सह सभा की ओर से कई दिनों से लंगर तैयार करवाया जा रहा है। इस बार नागा बाबा की समाध पर कोई भी राशि का चढ़ावा चढ़ाने से इंकार किया गया है।
सुरजीत ¨सह, प्रधान, श्री गुरुद्वारा ¨सह सभा।
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जगह-जगह तैनात होंगे जवान
सुरक्षा के लिहाज से पूरे मेला परिसर में जगह-जगह पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। संदिग्ध लोगों पुलिस की टीमें नजर रखेंगी। एयरफोर्स स्टेशन के अंदर किसी भी श्रद्धालु को कोई मोबाइल या अन्य कोई भी संदिग्ध वस्तु भी ले जाने की परमिशन नहीं होगी।
-आस्था मोदी, एसपी अंबाला।