इंजन स्क्रैप घोटाले में अफसरशाही का खेल, मामला भांप रेलवे ने उठाया बड़ा कदम
नौ रेल इंजनों की नीलामी घोटाले में डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर समेत बड़े अफसरों पर शिकंजा कसने के बाद अफसरशाही नए खेल में जुट गई है। ऐसे में रेलवे ने जांच अधिकारी बदल दिया है।
अंबाला, [दीपक बहल]। नौ रेल इंजनों की नीलामी घोटाले में डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर (डीएमई) समेत बड़े अफसरों पर कानून का शिकंजा कसने के बाद अफसरशाही बचाव में आ गई है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की सीनियर कमांडेंट कमलजोत बराड़ ने पंजाब आरपीएफ से जांच का जिम्मा छीनकर अंबाला पोस्ट प्रभारी विनीत गौतम को सौंप दिया है। घोटाले की छीटें अब तक लुधियाना पोस्ट प्रभारी सहित तीन जवानों पर पड़ चुकी हैंं।
कबाड़ की आड़ में बेच दिया ता तांबा और एल्यूमीनियम, अफसरों को बचाने में जुटी रेलवे
विभागीय कार्रवाई में तीनों को सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन बड़ी मछलियां होने कारण रेल अधिकारी विभागीय जांच से बच रहे हैं। उधर, गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपितों ने फतेहगढ़ साहिब कोर्ट में जमानत याचिका दायर की जिस पर 16 जनवरी को सुनवाई होगी। फिलहाल आरोपितों को अंतरिम जमानत मिल चुकी है।
फतेहगढ़ साहिब कोर्ट में 16 जनवरी को होगी जमानत याचिका पर सुनवाई
आरपीएफ के विरोध के कारण जमानत पर सुनवाई बुधवार को होगी। आरपीएफ के आला अफसरों को पत्र लिखकर मामले को नया मोड़ देने का प्रयास किया गया था। अफसरों ने घोटाले से पर्दा उठा चुकी क्राइम इनवेस्टिगेशन ब्रांच (एसआइबी) को ही जांच से दूर रखने के आदेश दिए। मामले की जांच पंजाब की सरहिंद आरपीएफ कर रही थी, लेकिन बाद में इसे अंबाला पोस्ट प्रभारी को सौंप दिया गया।
यह भी पढ़ें: जज ने दो बार कहा तुम दोषी हाे और गुरमीत हो गया उदास, बेचैन हनीप्रीत का भी बुरा हाल
हाल में ही अंबाला पोस्ट की कमान संभालने वाले विनीत को जांच का जिम्मा दिया गया है। इंस्पेक्टर ने जांच मिलते ही मौका मुआयना किया। शुक्रवार को कोर्ट में मामले की सुनवाई थी जिसकी पल पल की जानकारी आला अफसरों को दी गई। अब 16 जनवरी को अगली सुनवाई होगी।
इस तरह घोटाले को दिया अंजाम
रेलवे जगाधरी वर्कशॉप ने 9 इंजनों की करीब 64 लाख की नीलामी की थी। इन नीलामी में महज स्क्रैप को बेचा जाना था। लुधियाना डीजल शेड में स्क्रैप को लोड कराया गया था। 14, 17 व 18 दिसंबर को डीजल लोको शेड से यह नीलामी में खरीदा माल ट्रकों के माध्यम से मंडी गोबिंदगढ़ पहुंचाया गया था जिसमें एल्यूमीनियम, तांबा आदि थे। आरपीएफ ने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर तीन लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। बाद में इस मामले में तीन जगाधरी के ठेकेदार को भी नामजद कर लिया गया। आरोपितों ने जमानत याचिका के लिए कोर्ट में अर्जी दायर कर रखी है।
यह भी पढ़ें: स्वस्थ बच्चे-स्वस्थ भारत: सांप और सीढ़ी का यह खेल अच्छे से समझ लें सभी मम्मी-पापा
इन 10 पर दर्ज है मुकदमा
आरपीएफ ने डीएमई अतुल कुमार, रेल अधिकारी एसके राठी, सीनियर सेक्शन इंजीनियर सत्येन्द्र कुमार, रेल अधिकारी जेके श्रीवास्तव, गगनदीप स्टील इंडस्ट्री, कलीराम लालमणि, रविंद्र, रवीश और आरपीएफ एएसआइ प्रवीण कुमार के खिलाफ मामला दर्ज है।