अंबाला में धमाके के साथ विमान से गिरे फ्यूल टैंक, खेतों के ऊपर मंडराता रहा हेलीकॉप्टर, दहशत में लोग
अंबाला छावनी के पास बुधवार तड़के विमान से दो फ्यूल टैंक धमाके की आवाज के साथ खेतों में गिर गए। इसके बाद खेतों के ऊपर हेलीकॉप्टर मंडराने लगे जिससे इलाके में दहशत फैल गई है।
जेएनएन, अंबाला। अंबाला छावनी से सटे रौलो गांव में बुधवार तड़के विमान से दो फ्यूल टैंक धमाके की आवाज के साथ खेतों में गिर गए। उस समय लोग गहरी नींद में सोए हुए थे। धमाके की आवाज के बाद लोग उठे तो देखा कि खेतों में कोई वस्तु है, जिस पर आग निकल रही है। इससे लोग दहशत में आ गए और फिर घरों में दुबक गए।
धमाके की आवाज के बाद सुबह लगभग 5:30 बजे पर महेशनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एयरफोर्स व सेना को मामले की जानकारी दी। इसके बाद कई आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। गांव के लोगों को घटनास्थल से दूर भेजा गया, एयरफोर्स ने मीडिया को मौके तक नहीं जाने दिया।
लंबी कागजी कार्रवाई करने के बाद 8 बजे सेना के जवानों ने अलग-अलग खेतों में गिरे दोनों टैंकों को उठाया और गाड़ियों में लोड़ किया। इसके काफी देर बाद तक भी एयरफोर्स का एक हेलीकॉप्टर गांव के ऊपर मंडराता रहा। गांव के लोगों के मुताबिक विमान काफी नीचे उड़ रहा था और उसमें पीछे की तरफ से आग की लपटें निकल रही थी।
बताया जा रहा है कि आसमान में जगुआर विमान उड़ान पर था। इसी दौरान विमान पक्षी से टकरा गया। इससे विमान अनियंत्रित होने लगा। चालक दल ने विमान पर नियंत्रण के लिए ड्राप फ्यूल टैंक को नीचे गिरा दिया। फ्यूल टैंक धमाके की आवाज के साथ नीचे गिर गया। विशेषज्ञों के मुताबिक जगुआर विमान में दो अतिरिक्त फ्यूल टैंक होते हैं, जिन्हें ड्राप फ्यूल टैंक कहा जाता है। आपात स्थिति में इन्हें नीचे गिरा दिया जाता है।
बता दें, मार्च के अंतिम सप्ताह में भी अंबाला में रात को धमाका हुआ था। लोग घरों और हॉस्पिटल से बाहर निकल आए। गाडिय़ों को भी लोगों ने रोक दिया। धमाके की वजह से खिड़कियां और दरवाजे तक हिल गए। पुलिस विभाग ने तुरंत आइओसी यानी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, एयरफोर्स और आर्मी से संपर्क साधा। वहीं धमाके के बाद से हरियाणा-पंजाब बार्डर पर सतर्कता बढ़ा दी गई थी। पुलवामा हमले के बाद अंबाला को हाई अलर्ट जोन में रखा गया है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था टाइट है।