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आज से नवरात्र, प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानें सजी

- पौराणिक और सिद्ध स्थान पर श्रद्धालु करेंगे देवी की पूजा

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 08:10 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 08:10 AM (IST)
आज से नवरात्र, प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानें सजी
आज से नवरात्र, प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानें सजी

फोटो : 45,46 और 47

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- पौराणिक और सिद्ध स्थान पर श्रद्धालु करेंगे देवी की पूजा जागरण संवाददाता, अंबाला :

नवरात्र को लेकर छावनी के कालीबाड़ी मंदिर में तैयारियां पूरी हो चुकी है। प्रात:काल से भक्त और श्रद्धालु पूजा अर्चना करेंगे। व्रत करने वाले भक्त माता की उपासना करेंगे। शहर और कैंट के मंदिर सज कर तैयार हैं। शहर के सेक्टर-10 स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर, अंबिका देवी मंदिर, काली माता मंदिर नौहरियान, सनातन धर्म मंदिर अंबाला कैंट, हाथी खाना मंदिर, काली बाड़ी मंदिर व अन्य मंदिरों में शनिवार भोर से ही श्रद्धालु दुर्गा चालीसा, बीज मंत्रों व सूक्तों का पाठ करना शुरू करेंगे। गृहस्थ अपनी कुल देवियों पर मन्नत मांगने मंदिर पहुंचेंगी। श्रद्धालु नौ नवरात्रों का व्रत पूर्ण करके अंतिम नवरात्रे पर कन्याओं को भोजन करवाते हैं, जो माता को ही अर्पण हो जाता है। 1870 में हुई काली बाड़ी मंदिर की स्थापना

छावनी में काली बाड़ी मंदिर की स्थापना 1870 में हुई। माता काली के भक्त ऊषा नाथ चटर्जी ने कलकत्ता से माता काली की मूर्ति को अंबाला में लाकर इस स्थान पर स्थापित किया और अपने परिवार के साथ यहीं बस कर माता की उपासना में जुट गए। उनके बाद उनके बेटे शक्ति दास चटर्जी ने मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी संभाली। वर्तमान में उनके ही वंशज शंकर चटर्जी व उनके बेटे सिद्धार्थ चटर्जी मंदिर की सेवा में लगे हुए हैं। जिस स्थान पर देवी काली की मूर्ति स्थापित की गई है, उसे आरंभ में देवालय भी कहा जाता था। समय के साथ बढ़ी मंदिर की मान्यता

मंदिर परिसर में प्रसाद बेचने वालों ने बताया कि उनके पिता के समय से वह मंदिर में प्रसाद बेचने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक समय लोगों के पास गाड़ियां नहीं होती थीं। दूर दराज से श्रद्धालु घोड़ों की बग्घियों में बैठ कर मंदिर में दर्शन के लिए आते थे। उस समय मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ कम ही देखने को मिलती थी। समय के साथ मंदिर की मान्यता भी बढ़ी और श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ी है। बाजार में चुनरी और सुहाग सामान की रौनक

नवरात्र के मद्देनजर बाजार में दुकानों पर रंग बिरंगी चुनरी सजी हैं। लाल, गुलाब, पीली, हरी, काली, केसरिया आदि रंग की चुनरी बिक रही हैं। इनकी कीमत दस रुपये से लेकर तीन सौ रुपये तक है। इसके अलावा सुहाग व पूजन का अन्य समान भी खूब बिक रहा है। आज फलों के दाम

सेब - 60 से 80 रुपये किलो

केला - 60 से 90 रुपये दर्जन

अमरुद - 50 से 70 रुपये किलो

मौसमी - 70 से 90 रुपये किलो

संतरा - 90 से 110 रुपये किलो

सूखा नारियल - 280 से 300 रुपये किलो

काजू - 300 रुपये पाव

किसमिस - 260 रुपये किलो

छोहाड़ा - 60 रुपये पाव

संपादित

फाइल 5

समय 6:51


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