स्कूली बच्चों में कोरोना का डर अब भी लॉक
नन्हे-मुन्ने बचे अब स्कूल आने लगे हैं। स्कूल आने पर उनके चेहरे पर खुशी देखी जा रही है लेकिन इनकी उपस्थिति कम ही है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : नन्हे-मुन्ने बच्चे अब स्कूल आने लगे हैं। स्कूल आने पर उनके चेहरे पर खुशी देखी जा रही है, लेकिन इनकी उपस्थिति कम ही है। बच्चों और अभिभावकों में अब भी कोरोना का डर समाया है। इसी कारण स्कूल खुलने के बाद भी बच्चों की संख्या कम ही है। स्कूल खुलने के दूसरे दिन वीरवार को तीसरी से पांचवीं तक के करीब एक तिहाई बच्चों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हालांकि मम्मी भी अपने लाड़ले को सजाकर और मास्क पहना कर भेजना शुरू कर दिया है। ताकि कोरोना से बचाव के साथ-साथ शिक्षा भी हासिल कर सके।
शहर के पुलिस लाइन स्थित सरकारी स्कूल में दूसरे दिन तीसरी से लेकर पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थी पहुंचे। हालांकि दूसरे काफी अधिक बच्चे स्कूल नहीं आए। दूसरे दिन तीसरी कक्षा के 27 विद्यार्थियों में से 11 बच्चे, चौथी कक्षा के 41 विद्यार्थियों में से 9 बच्चे और पांचवीं कक्षा के 24 विद्यार्थियों में से 9 बच्चे ही स्कूल में पहुंचे।
चौथी कक्षा के चमन पांडेय ने बताया कि उसे स्कूल में आकर पढ़ना था।वह कई दिनों से स्कूल में आकर पढ़ना चाहता था, लेकिन उनकी कक्षा की स्कूल में नहीं लग रही थी। इस कारण घर में रहकर ही पढ़ाई की है। आज काफी समय बाद स्कूल में पहुंचकर पढ़ना अच्छा लगा है। वह रोजाना स्कूल आना चाहता है।
सिमरन ने बताया कि उसे स्कूल में मम्मी ने भेजा है और वह खुद भी स्कूल आना चाहती थी। उसे आज बहुत खुशी हुई है कि स्कूल में आकर पढ़ने को मिला। पहले घर में पढ़ना मुश्किल लग रहा था, यदि कोई समस्या आती थी तो मम्मी सवाल हल नहीं कर पाती थी, अब यहां टीचर अच्छे से समझा रही है।
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-तीसरी से पांचवीं कक्षा तक के स्कूल खुल चुके हैं। इस कारण स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। अन्य कक्षाओं की तरह जल्द ही प्राइमरी के बच्चे भी स्कूल में आने लगेंगे।
बलदेव झा, प्रिसिपल, पुलिस लाइन स्कूल