धान खरीद होने के बाद भी भुगतान न होने किसान परेशान
संवाद सहयोगी बराड़ा अनाज मंडी में धान का भुगतान अटकने से आढ़ती किसान और मजदूर परेश्
संवाद सहयोगी, बराड़ा : अनाज मंडी में धान का भुगतान अटकने से आढ़ती, किसान और मजदूर परेशान हो रहें है। धान के भुगतान की 72 घंटे में सरकारी खरीद एजेंसी सुनिश्चित करने का दावा किया है साथ ही भुगतान में विलंब होने पर 1 प्रतिशत दर से ब्याज किसानों को देना होगा। अभी तक कुछ आढ़तियों को खरीद एजेंसी हैफेड़ द्वारा भुगतान नहीं किया। 50 करोड़ की राशि का भुगतान अटका
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आढती संघ प्रधान कंवरजीत सिंह विर्क ने बताया कि खरीद करने वाली फर्म और कंपनियों का अभी तक हैफेड़ ने भुगतान नहीं किया। जबकि हैफेड अब तक 2.15 क्विटल धान की खरीद कर चुका है। लगभग 50 करोड़ रुपए का भुगतान अटका पड़ा है। ऐसे में रबी की फसल की बिजाई के लिए बीज, खाद, तेल, कीटनाशक व जुताई के लिए किसानों में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। नहीं हो रहा भुगतान
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सरदार गुरमीत सिंह वधवा ने कहा कि एजेंसी द्वारा अभी तक धान का भुगतान नहीं किया गया। भुगतान के लिए 1 माह से अधिक का समय बीत गया है। आढ़तियों, किसानों तथा मजदूरों के सभी सामाजिक, फसल तथा दैनिक जीवन के काम रुके पड़े हैं। परेशानी झेलने को विवश
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साहिल कुमार ने कहा कि धान का भुगतान न मिलने से आर्थिक परेशानी झेलने को विवश है। हैफेड द्वारा खरीदे गए धान का लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान 1 माह से अटका पड़ा है। आढ़ती, किसान तथा मजदूरों की कठिनाई पर सरकार का ध्यान नहीं है।
वर्जन
धान खरीद की समस्त दस्तावेज की प्रक्रिया पूरी कर निर्धारित समय में मुख्यालय को प्रेषित की जा चुकी है। तकनीकी कारणों से विलंब हो रहा है। शीघ्र भुगतान की संभावना है।
- रवि प्रकाश, प्रबंधक, हैफेड बराड़ा।