बरसात से किसानों के चेहरे खिले, गेहूं व सरसों को मिलेगा फायदा
विवार शाम को हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। फसलों के लिए बरसात इस समय यूरिया से कम नहीं है। किसानों के अनुसार इस बारिश से गेहूं व सरसों की फसल की पैदावार पर अच्छा असर पडे़गा।
संवाद सहयोगी, मुलाना : रविवार शाम को हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। फसलों के लिए बरसात इस समय यूरिया से कम नहीं है। किसानों के अनुसार इस बारिश से गेहूं व सरसों की फसल की पैदावार पर अच्छा असर पडे़गा। किसान राहत महसूस कर रहे है। असल में दिसंबर महीने के आरंभ होने के बाद भी लोगों को गर्मी का अहसास हो रहा था जोकि सर्दी में लगने वाली फसलों के लिए लाभकारी नहीं था। बारिश होने से तापमान में गिरावट हुई जोकि फसलों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा ।
किसान धर्मेंद्र, राहुल, विनोद, हरपाल ने बताया कि गेहूं के लिए ठंड व धूप दोनों जरूरी हैं, लेकिन फिलहाल फसलों को ठंड की जरूरत है। पिछले दिनों मौसम में ठंडक होने लगी थी, लेकिन इसके बाद मौसम में खेती के लिहाज से तापमान बढ़ा हुआ था। रविवार को हुई बारिश से पत्तों पर हरियाली आ गई है। जिन किसानों ने अभी सिचाई नहीं की थी उन्हें अब सिचाई की भी जरूरत नहीं पडे़गी। गेहूं की फसल अभी आरंभिक चरण में है इसलिए रविवार को हुई बरसात गेहूं के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगी। किसानों का मानना है कि अब तक फसलें अच्छी स्थिति में हैं। यदि हालात यूं ही अनुकूल बने रहे तो इस साल गेहूं की पैदावार अच्छी होगी। हालांकि इससे मक्की, अजवायन व सूरजमुखी जैसी फसलों की बुआई देरी से हो सकती है। इस बारे में कृषि विभाग के एडीओ सुखबीर नरवाल ने बताया कि क्षेत्र में हल्की बरसात हुई है। यह सभी फसलों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी।