गन्ने की बकाया पेमेंट को लेकर चंडीगढ़ में बनी किसानों की सहमति, धरना समाप्त
संवाद सहयोगी, शहजादपुर गन्ना की पेमेंट के मामले में भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम ¨सह चढूनी चंडीगढ़ में कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के साथ मी¨टग के बाद रात करीब सवा 8 बजे शुगर मिल बनौंदी में धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को कहा कि मी¨टग के दौरान जो सहमति बनी है वह पिछले सत्र की बकाया पेमेंट में से 11 करोड़ रुपये कल किसानों के खाते में आ जाएगा
संवाद सहयोगी, शहजादपुर
गन्ना की पेमेंट के मामले में भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम ¨सह चढूनी चंडीगढ़ में कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के साथ मी¨टग के बाद रात करीब सवा 8 बजे शुगर मिल बनौंदी में धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को कहा कि मी¨टग के दौरान जो सहमति बनी है वह पिछले सत्र की बकाया पेमेंट में से 11 करोड़ रुपये कल किसानों के खाते में आ जाएगा। पिछली जो बकाया राशि है वह 10 जनवरी तक किसानों के खाते में आ जाएगी। इस सत्र की जो बकाया पेमेंट है उस में से डेढ़ करोड़ रुपये प्रतिदिन मिल प्रबंधन किसानों के खाते में डालेगा। चाहे छुट्टी हो या नहीं।
गुरनाम ¨सह चढूनी ने बताया कि नवंबर दिसंबर व जनवरी की जो सब्सिडी किसानों के खाते में सरकार की तरफ से 4/5 करोड़ रुपए आने हैं वह जनवरी के अंत तक सरकार किसानों के खाते में डालेगी। शुगर मिल जो बिजली बेचता है उसके पैसे भी मार्च से मिल को मिलने शुरू हो जाएंगे। जिसके बाद मिल प्रबंधन 3 करोड़ रुपये प्रति महिना खातों में डालेगा। मिल प्रबंधन का कहना है कि फरवरी तक उनको चीनी पर 10 करोड़ रुपये लोन मिल जाएगा। यदि वह लोन हो जाता है तो वह भी किसानों के खाते में डाले जाएंगे। पिछली पेमेंट में से जो 16 रुपये प्रति ¨क्वटल काटे जा रहे थे उसका भी समाधान हो गया है। -मिल प्रबंधन उठाएगा धरने का खर्चा
किसानों का जो यह धरना चला है इस धरने का खर्चा भी मिल प्रबंधन पांच लाख रुपये का चेक देकर उठाएगा। अगर मिल प्रबंधन इस सहमति से निकलेगा तो यहीं पर दोबारा धरने पर बैठेंगें और खर्चा लेंगे। -बांड की केन दफ्तर पर लगेगी लिस्ट
नकली गन्ना बॉन्ड के संबंध में मी¨टग में तय हुआ कि सभी गन्ना बांड की लिस्ट केन दफ्तर के आगे लगाई जाएगी। सभी किसान अपने अपने गांव के बांड को देखें। यदि कोई बांड गलत लगता है। अपना नाम बिना लिखें वहां लगे शिकायत बाक्स में शिकायत डालें। जिला का एक अधिकारी ही उस शिकायत बाक्स को खोलेगा।
गन्ने की पेमेंट में जो गड़बड़ी होती है जैसे पहले 1200 किसानों की पूरी पेमेंट हो गई थी उसके समाधान किया है कि अब जो पेमेंट होगी वह तारीख वाइज होगी। गन्ना सेंटर पर ट्राली कई दिन में खाली होती थी। उसके लिए कहा गया है कि ट्राली एक दिन में ही खाली की जाएगी। -मिल की बनेगी एक कमेटी बनेगी
इसमें एसडीएम नारायणगढ़ होंगी, एक नुमाइंदा किसानों का होगा व एक मिल प्रबंधन का होगा। जो किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करेगी। इसके अलावा एक निगरानी कमेटी बनाई जाएगी जो मिल के पैसे का हिसाब ले सकेगी। मिल प्रबंधन ने कहा है कि जिन किसानों ने पेमेंट के चेक फरवरी या मार्च के लिए हैं, उन्होंने वह चेक ब्याज सहित पैसा लेने के लिए ले रखें हैं यदि उन किसानों को जल्दी पैसे लेना है तो वह चेक वापस देकर पैसे ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी किसान बताएं कि इस फैसले पर सभी सहमत है केवल 4/5 किसानों ने फैसले पर असहमति जताई। जिस पर गुरनाम ¨सह चढूनी ने कहा अगर दो चार को छोड़कर सभी सहमत है तो सबको मंजूर है। शर्तों पर सहमति लिखकर ली गई है। - मिल में गन्ने का कैलेंडर सिस्टम बनाया जाएगा।
मिल चलने से पहले किसान के पास लिखा आ जाएगा कि उनकी पर्ची का नंबर क्या है। ट्रैक्टर ट्राली व बुगी की गन्ने की वजन तय से बढ़ाने के संबंध में जो बात है उस पर भी बातचीत से हल निकाला जाएगा। गुरनाम ¨सह चढूनी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि आने वाली 3 फरवरी को नई अनाज मंडी पीपली में भारतीय किसान यूनियन की किसान मजदूर राज रैली होने जा रही है जो एक बड़ा पडाव होगा। उन्होंने गुलाब ¨सह ठरवा को भारतीय किसान यूनियन ब्लाक साहा का प्रधान बनाने की घोषणा की। धरना स्थल पर अश्वनी मित्तल जीएम शुगर मिल पहुंचे और गुरनाम ¨सह चढूनी को खर्चे का पांच लाख रुपये का चेक दिया। गुरनाम ¨सह चढूनी ने कहा कि यह राशि किसान आंदोलन पर खर्च की जाएगी। चढूनी ने सब किसानों का धन्यवाद करके धरना समाप्ति की घोषणा की। -दिनभर जारी रहा किसानों का धरना
गन्ने की बकाया पेमेंट को लेकर दूसरे दिन भी गन्ना उत्पादक किसानों का धरना बनोदी मिल के गेट पर जारी रहा। अपनी खून पसीने की कमाई लेने के लिए सैकड़ों किसान भाकियू(चढूनी ग्रुप) के बैनर तले बुधवार रात को भी कड़कती ठंड में भी कंडे पर डटे रहे। एसडीएम नारायणगढ़ अदिति किसानों के धरना स्थल पर पहुंची और कहा कि किसानों की मांगों को लेकर कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के निवास चंडीगढ़ पर उच्च स्तरीय मी¨टग तय हुई है। जिसमें किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल चंडीगढ़ जाएगा।