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कोरोना काल में आयुर्वेद पर विश्वास बढ़ा है : डा. अनुपमा

- विश्व खाद्य दिवस पर आर्य ग‌र्ल्स कालेज में किया गया आयोजन

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 08:50 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 08:50 AM (IST)
कोरोना काल में आयुर्वेद पर विश्वास बढ़ा है : डा. अनुपमा
कोरोना काल में आयुर्वेद पर विश्वास बढ़ा है : डा. अनुपमा

फोटो नंबर :: 48

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- विश्व खाद्य दिवस पर आर्य ग‌र्ल्स कालेज में किया गया आयोजन जागरण संवाददाता, अंबाला :

आर्य ग‌र्ल्स कालेज की प्रिसिपल डा. अनुपमा आर्य ने कहा कि कोरोना काल में लोगों का विश्वास आयुर्वेद पर काफी बढ़ा है। वे शुक्रवार को कालेज में विश्व खाद्य दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहीं थीं। उन्होंने इस मौके पर मुख्य अतिथि डा. जय प्रकाश गुप्त का स्वागत किया।

डा. आर्य ने बताया कि कोरोना महामारी से बचने में आयुर्वेद का महत्वपूर्ण स्थान है। विदेशों में भी आयुर्वेद से संबंधित गिलोय, अश्वगंधा एवं तुलसी जैसे पौधों का उपयोग बढ़ा है। डा. जयप्रकाश गुप्त ने आयुर्वेद एवं आहार विषय पर अपने विचार रखें। भारतवर्ष में सदियों से ही आयुर्वेद के हिसाब से भोजन खाया जाता है। आयुर्वेद मात्र चिकित्सा विज्ञान ही नहीं, बल्कि संपूर्ण जीवन का विज्ञान है। यह सिर्फ बीमारी का इलाज ही नहीं करता अपितु मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को भी दुरुस्त करता है। कालेज में वाईआरसी की कनवीनर डा. रेखा रानी ने बताया कि इस दिवस का उद्देश्य भूख और गरीबी से जूझ रहे लोगों की समस्याओं और कारणों के बारे में विश्व को जागरुक करना है। यह दिन हमें अनाज की बर्बादी रोकने भुखमरी से लोगों को बचाने एवं आज की फास्ट फूड की संस्कृति से दूर रहने की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर वाईआरसी के सभी सदस्य डा. सुमन बाला, डा. सरिता चैाधरी, डा. अनु वर्मा आदि मौजूद रहे।


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