अब मोबाइल स्कूटर पर चलेंगे भूतपूर्व दिव्यांग सैनिक, सेना उठाएगी खर्च
जागरण संवाददाता, अंबाला : देश की सीमा पर रक्षा करते अपने शरीर का कोई न कोई अंग खो देन
जागरण संवाददाता, अंबाला : देश की सीमा पर रक्षा करते अपने शरीर का कोई न कोई अंग खो देने वाले भूतपूर्व सैनिकों के लिए अच्छी खबर है। भूतपूर्व दिव्यांग सैनिकों को पहले जहां मदद के रूप में सेना की ओर से ट्राईसाइकिल मिलती थी। वहीं अब सेना ऐसे सैनिकों को इलेक्ट्रानिक मोबाइल स्कूटर देने जा रही है। इसके लिए बाकायदा अंबाला छावनी खड्गा स्टेडियम में सेना अधिकारियों की ओर से रविवार को एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में ही भूतपूर्व सैनिकों को खड्गा-2 जीओसी की ओर से मोबाइल स्कूटर, ट्राइकिल दी जाएगी। इसके अलावा उनकी पेंशन, मिलिट्री अस्पताल में दवाई लेने या फिर कैंटीन संबंधित विभिन्न शिकायतों को लेकर स्टॉल लगाकर उनका समाधान भी किया जाएगा।
दरअसल अंबाला जिले में दस हजार से अधिक भूतपूर्व सैनिकों के परिवार रहते है। ऐसे में इन लोगों को रिटायरमेंट के बाद विभिन्न तरह से सेना की ओर से मिलने वाली सुविधाओं में दिक्कतें आती है। इसी कारण पिछले पांच-छह सालों से अंबाला में सेना की ओर से वैटर्न रैली का आयोजन किया जाता है। इस रैली में केवल भूतपूर्व सैनिकों को आने वाली दिक्कतों को ही दूर किया जाता है। सेना के मौजूदा अधिकारी भी इन सैनिकों से रूबरू होते है। इस बार रविवार को इस रैली का आयोजन किया जा रहा है जिसके करीब 4 से 5 हजार भूतपूर्व सैनिकों के आने की उम्मीद है। वहीं कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि मुख्यालय से जीओसी आलोक ¨सह कलेर समेत आर्मी वूमेन वेलफयर एसोसिएशन की प्रमुख अनु कलेर उपस्थित रहेंगी।
दिव्यांग सैनिकों को मिलेंगे मोबाइल स्कूटर
पिछले साल सेना की ओर से दिव्यांग सैनिकों को अपने खर्च पर ट्राईसाइकिल दी गई थी। लेकिन इस बार जीओसी की ओर ट्राइसाइकिल के बजाए मोबाइल स्कूटर दिए जाएंगे। इन स्कूटरों की कीमत भी काफी अधिक है जिसे सेना ने अपने खर्च से वहन किया है। इस रैली में कई दिव्यांग सैनिक हिस्सा लेते है।
स्टॉलों पर किया जाएगा समाधान
वहीं रैली में सेना मुख्यालय की ओर से सैनिकों को आने वाली दिक्कतों का समाधान करवाने के लिए अलग-अलग स्टॉल भी लगाए जाएंगे। इनमें विशेष रूप से पेंशन संबंधित, मिलिट्री अस्पताल में मिलने वाले इलाज के दौरान आने वाली दिक्कतों और कैंटीन संबंधित स्टॉल होंगे। साथ बैंकों के प्रतिनिधियों को भी यहां बुलाया गया है।
सैनिकों को फायदा मिलता है
पिछले चार-पांच सालों से सेना मुख्यालय द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के लिए वैटर्न रैली का आयोजन किया जाता है। इस बार भी न्यौता भेजा गया है। रैली में सैनिकों की दिक्कतों को लेकर मौके पर ही समाधान करवाने का प्रयास किया जाता है जो कि काफी सराहनीय है।
अत्तर ¨सह, प्रधान, भूतपूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन