जरूरतमंद विद्यार्थियों के एकमात्र एसडी कालेज में चल रही अर्न वाइल लर्न स्कीम: डॉ. राजेंद्र
जागरण संवाददाता, अंबाला जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए जिले में एकमात्र एसडी कालेज छावनी में
जागरण संवाददाता, अंबाला
जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए जिले में एकमात्र एसडी कालेज छावनी में ही अर्न वाइल लर्न स्कीम चलाई जा रही है। पूरे जिले में किसी भी कालेज में यह योजना नहीं है। इससे जरूरतमंद और मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों को न केवल आर्थिक मदद मिल जाती है बल्कि पढ़ाई के साथ-साथ प्रशासनिक कार्य कैसे किए जाते हैं वह उसके लिए भी ट्रेनड हो जाते हैं। छावनी स्थित एसडी कालेज के ¨प्रसिपल डॉ. राजेंद्र राणा ने साप्ताहिक साक्षात्कार के दौरान दैनिक जागरण संवाददाता, उमेश भार्गव से यह बात कही। मिशन एडमिशन 2018 के तहत विभिन्न विषयों को लेकर दैनिक जागरण संवाददाता ने डॉ. राणा से सीधी बातचीत की तो उन्होंने विभिन्न सवालों का कुछ इस तरह से जवाब दिया:-
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प्रश्न: सर, मिशन एडमिशन शुरू हो चुका है, कितने कोर्स कालेज में उपलब्ध हैं और सीटों की क्या स्थिति है?
उत्तर: यूजी और पीजी सहित 20 से ज्यादा कोर्स कालेज में विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं इनमें 1400 से ज्यादा सीटें उपलब्ध हैं।
प्रश्न: पांच दिन से आनलाइन आवेदन किए जा रहे हैं, कालेज की क्या स्थिति है और कितने आवेदन आ चुके हैं?
उत्तर: करीब 1350 से ज्यादा आनलाइन आवेदन अभी तक विभिन्न सीटों पर प्राप्त हो चुके हैं। रोजाना औसतन 250-300 आवेदन पहुंच रहे हैं।
प्रश्न: कालेज में दूसरे एडिड कालेजों से क्या सुविधाएं विद्यार्थियों के लिए ज्यादा उपलब्ध हैं?
उत्तर: हमारे कालेज पूर्णत: सोलर ऊर्जा संचालित है। ऐसे में बिजली की कोई भी दिक्कत नहीं है। इसके अलावा पूर्णत: स्वच्छ और हरा-भरा प्रांगण विद्यार्थियों के लिए है। इतना ही नहीं यूजी और पीजी के लगभग हर कोर्स विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। ए प्लस ग्रेड कालेज भी पूरे अंबाला में हमारा ही है।
प्रश्न: जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए क्या फीस में कोई छूट दी जा रही है?
उत्तर: जरूरतमंद और मेरिट में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए कालेज में स्कालरशिप उपलब्ध हैं। इसके अलावा अर्न वाइल लर्न योजना भी केवल पूरे अंबाला जिले में हमारे ही कालेज में चल रही है।
प्रश्न: अर्न वाइल लर्न क्या है, इससे विद्यार्थियों को किस तरह से लाभ मिलता है?
उत्तर: पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों को सप्ताह में या तीन-चार दिन में आधा एक घंटा कंप्यूटर से जुड़ा या अन्य कोई कार्य कराया जाता है। बदले में सालाना उन्हें इसके लिए सहायता दी जाती है। इस तरह उनकी मदद भी हो जाती है और वह प्रशासनिक कार्य भी सीख जाते हैं।
प्रश्न: कालेज में प्लेसमेंट की क्या स्थिति है?
उत्तर: हमारे कालेज में अलग से प्लेसमेंट सेल बनाया गया है। औसतन हर वर्ष करीब 300 विद्यार्थियों की कैंपस प्लेसमेंट हम करा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि प्लेसमेंट कराने की कोई फीस आज तक किसी से नहीं ली गई।