भ्रष्टाचार के खिलाफ अर्धनग्न होकर धरने पर बैठे कर्मचारी
कर्मचारियों का कहना था कि नियमों को ताक पर रखकर नियुक्तियां की जा रही हैं जोकि सरासर गलत है। यूनियन प्रधान संजय का कहना था कि बोर्ड अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कैंटोनमेंट बोर्ड में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठे यूनियन कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार अर्धनग्न अवस्था में रोष जताया। कमीज उतारकर बैठे कर्मचारियों ने बोर्ड अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कर्मचारियों का कहना था कि नियमों को ताक पर रखकर नियुक्तियां की जा रही हैं, जोकि सरासर गलत है। यूनियन प्रधान संजय का कहना था कि बोर्ड अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। पहले मांगों को पूरा करने के लिए दो माह का समय भी मांगा था, बावजूद कोई समाधान नहीं निकाला। चेतावनी देने के बाद भी मांगें नहीं मानी तो उन्होंने दोबारा धरने पर बैठने का निर्णय लिया।
प्रधान संजय व जनरल सेक्रेटरी ओम प्रकाश ने कहा कि 2018 में हुई सीजे पद के लिए लिखित परीक्षा में रद किया जाए। सफाई कर्मी को 25 साल से अधिकारियों ने अपने निजी कामों के लिए रखा हुआ है, उसे सफाई के काम पर लगाया जाए। इस मौके पर कोषाध्यक्ष अशोक कुमार, सचिव गांधी, अमर सिंह, नेत्रपाल, धर्मेद्र, हरीश आदि मौजूद रहे।