आठ यूनियनों ने महाप्रबंधक से मिल की उत्पीड़न रोकने की मांग
रोडवेज कर्मचारी नेताओं ने अपने संयुक्त बयान मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि महानिदेशक के पत्र अनुसार सभी प्रकार की उत्पीड़न कार्रवाई को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : हरियाणा रोडवेज संयुक्त संघर्ष समिति में हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन संबंधित इंटक हरियाणा रोडवेज एससी संघर्ष समिति, ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन, हरियाणा रोडवेज चालक संघ, हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ, रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा, हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ बीएमएस, हरियाणा रोडवेज मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन, हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ शामिल हुए। सभी संगठनों ने मिलकर अधीक्षक सुभाष के माध्यम से महाप्रबंधक के नाम मांग पत्र सौंपा।
कर्मचारी नेताओं ने अपने संयुक्त बयान मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि महानिदेशक के पत्र अनुसार सभी प्रकार की उत्पीड़न कार्रवाई को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए। महानिदेशक के पत्र अनुसार चालक परिचालक से 48 घंटे या 12 किलोमीटर की ड्यूटी ली जाए। केएमपीएल व रिसीट सीट के नाम पर नाजायज उत्पीड़न बंद किया जाए।
मांग पत्र में कहा कि कर्मशाला के कर्मचारियों का एसीपी आईटीआई के प्रशिक्षुओं को कोड कार्ड व रात्रि भत्ता दिया जाए। लंबित पड़े मेडिकल बिलों का भुगतान किया जाए। चालक परिचालकों के स्टेप अप का एरियर व 16 महीने से बकाया नाइट अलाउंस का भुगतान किया जाए। 2008 के चालक परिचालक की स्पेशल वेतन वृद्धि के साथ एसीपी का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के दौरान चालक परिचालकों के इलाज अवधि को ड्यूटी से माना जाए। मार्ग पर मौसम के कारण होने वाली दुर्घटना में चालक परिचालक के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई ना की जाए।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि समिति बातचीत के माध्यम से मांगों का समाधान करवाना चाहती है। अगर आने वाली 22 दिसम्बर तक कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया तो 23 सुबह 11 से 24 दिसम्बर 11 बजे तक 24 घंटे का धरना दिया जाएगा। मीटिग मे रामप्रकाश, चरणजीत सिंह, जयबीर घणघस, जसवंत, विक्रम राणा, महावीर पाई, अनिल सैनी, सरबजीत सिंह, कमल कुमार निम्बल, रमन सैनी, देवेन्द्र पाल आदि शामिल हुए।