दुर्गा शक्ति एप से एक हजार महिलाओं का सुरक्षा घेरा मजबूत
अब महिलाओें की सुरक्षा में दुर्गा शक्ति एप कारगर साबित होगा। एप का लाल बटन दबाते ही पीड़ित महिला के पास चंद ही मिनटों में पुलिस पहुंच जाएगी
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अब महिलाओें की सुरक्षा में दुर्गा शक्ति एप कारगर साबित होगा। एप का लाल बटन दबाते ही पीड़ित महिला के पास चंद ही मिनटों में पुलिस पहुंच जाएगी और महिलाओं से छेड़छाड़ या किसी भी प्रकार की हरकत करने वाले मनचलों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल की हवा खिलाएगी। एक सप्ताह में करीब एक हजार महिलाओें के मोबाइल पर दुर्गा शक्ति एप डाउनलोड कर सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया है। महिला पुलिस सभी महिलाओं और युवतियों के मोबाइल पर इसे डाउनलोड करेगी, ताकि मुसीबत में पुलिस उनकी मदद कर सकें। महिला एसएचओ की अगुवाई में 24 सदस्यीय टीम दुर्गा शक्ति एप डाउनलोड करा रही है। इस पर आने वाले मैसेज को पढ़ते ही पुलिस संबंधित थाना या चौकी को सूचना देकर पीड़ित महिला को चंद ही मिनट में सुरक्षा दे सकेंगे और आरोपितों को गिरफ्तार करेंगे।
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मोबाइल में करें डाउन लोड
महिला थाना एसएचओ सुनीता ढाका ने बताया कि महिलाएं दुर्गा शक्ति एप को मोबाइल में डाउनलोड कर किसी भी परिस्थिति में इस्तेमाल कर पुलिस की मदद मांग सकती है। उन्हें आपातकालीन स्थिति में लाल बटन पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद महिला पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस हो जाएगी। पुलिस मोबाइल के लोकेशन पर तुरंत पहुंच महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराएगी। शरारती तत्वों पर शिकंजा कस कड़ी कार्रवाई करेगी। यही नहीं यह लोकेशन तीन जगहों पर शो करेगी। इसमें पहली महिला थाना एसएचओ, दूसरी हेड क्वार्टर तथा तीसरी कंट्रोल रूम में। स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राएं और महिलाएं इस एप के जरिये अपने आप को सुरक्षित महसूस कर पाएंगी। अगर कोई शरारती तत्व छेड़छाड़ और किसी प्रकार की गलत हरकत करता है, तो इस ऐप का इस्तेमाल कर पुलिस को सूचित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके इस्तेमाल से महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं में काफी कमी आने की उम्मीद है।
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8 मार्च तक चलेगा अभियान
एसएचओ सुनीता ढाका ने बताया कि महिलाओं के मोबाइल में दुर्गा शक्ति ऐप डाउन लोड कराने का अभियान एक सप्ताह से चल रहा है। अब तक एक हजार महिलाओं को यह ऐप डाउन लोड कराया जा चुका है। यह अभियान 8 मार्च वूमेन डे तक चलेगा। इस अभियान से जोड़ने के लिए महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।