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निगम कर्मियों ने हड़ताल कर मांगी पक्की नौकरी

सरकार ने एक साल पहले नगर पालिका कर्मचारी संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के आला प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि प्राइवेट ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 07:00 AM (IST)
निगम कर्मियों ने हड़ताल कर मांगी पक्की नौकरी
निगम कर्मियों ने हड़ताल कर मांगी पक्की नौकरी

जागरण संवाददाता, अंबाला : सरकार ने एक साल पहले नगर पालिका कर्मचारी संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के आला प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि प्राइवेट ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाएगा। इसीलिए निगम कार्यालय में कर्मियों को भर्ती किया जाएगा। लेकिन नगर निगम अंबाला में इसके उलट हो गया। यहां पर पहले एक ठेकेदार को ठेका दिया गया था अब एक की जगह तीन ठेकेदारों को काम दिया गया है। इसीलिए नगर पालिका कर्मचारी वादाखिलाफी का विरोध जताने के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। बुधवार सुबह से कर्मचारी संघ के आह्वान पर भूख हड़ताल की गई है। प्रधान सेवा राम ने बताया कि संघ वायदाखिलाफी से हैरान है। इसीलिए प्रदेश सरकार के खिलाफ दोबारा से आंदोलन छेड़ा गया है। इसीलिए अब यह आंदोलन नहीं रुकेगा बल्कि बढ़ेगा। इसीलिए सरकार समय रहते हुए अपने वायदा को पूरा करें और ठेकेदारी प्रथा को नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका से बंद किया जाएं और नए पद सृजित कर नियमित कर्मियों की भर्ती की जाएं। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती तो उस स्थिति में संघ संसद का घेराव करने में पीछे नहीं हटेगा। संघ संसद घेराव करने का फैसला ले चुका है। इससे पहले 27 फरवरी को संघ सीएम हाउस का घेराव करेगी। बुधवार को भूख हड़ताल पर अंकित कनौजिया, राहुल, बीरपाल, धमेंद्र, पल¨वद्र ¨सह, सुनील कुमार, राजेश कुमार बैठे थे। मौके पर जिला सचिव राजेंद्र चनालिया, इकाई सचिव बीरपाल, राहुल और अंकित मौजूद थे।

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