किसान ने जहर निगला तो प्रशासन ने रोका नाले का निर्माण
मुलाना के जफरपुर गांव में फसल खराब होने पर किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया। प्रशासन ने आनन-फानन में नाले का निर्माण कार्य रुकवाया।
संवाद सहयोगी, मुलाना : जफरपुर गांव में फसल खराब होने पर किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया। इसके लिए विधायक-बीडीपीओ को जिम्मेदार ठहराया। अब किसान के जहर निकलने से प्रशासन जागा और नाले के निर्माण कार्य के लिए कर्मचारी पहुंच गए। लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि अभी किसान अस्पताल में उपचाराधीन है। उसके वापस आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि अब क्या कदम उठाना है।
बता दें कि जफरपुर के किसान संजीव के पास चार एकड़ जमीन है, जिसमें गेहूं की फसल है। लेकिन गांव के पानी की निकासी उसके खेत में होती है। इस कारण इस बार गेहूं और पिछले सीजन में धान की फसल बर्बाद हो गई थी। किसान ने सीएम ¨वडो पर शिकायत भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। बल्कि किसान को ही धमकाया जाने लगा। इससे हताश होकर किसान ने जहर पी लिया था।
किसान की ओर से जहरीला पदार्थ निगलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को पसीने आ गए। अधिकारियों ने आनन-फानन में विवादित नाले पर कार्य लगवा दिया। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया व कार्य को रुकवा दिया। कहा कि जब बार बार मांग के बाद काम नहीं किया जा रहा था तो अब एक झटके में प्रशासन ने गांव में काम शुरू कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार अब प्रशासन अपनी गलती छुपाने के लिए नाले पर कार्य लगवा कर किसानों को झूठा साबित करना चाहता है। उन्होंने कहा कि किसान संजीव द्वारा ऐसा कदम उठाने के बाद ही प्रशासन ने मौके पर कार्य लगवाया है। जबकि यह कार्य बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन चाहता तो किसान को यह कदम ही नहीं उठाना पड़ता। ग्रामीणों के अनुसार अब मामले में पुलिस कार्रवाई के बाद ही नाले पर कार्य होगा।
निर्माण सामग्री पहले से ही उपलब्ध थी : बीडीपीओ
बीडीपीओ बराड़ा सुमन कादियान ने कहा कि नाले पर निर्माण कार्य तो लगना ही था। जिसके लिए निर्माण सामग्री वहां पहले से ही उपलब्ध थी। नाले पर निर्माण के लिए वहां मैं ग्रामीणों को भी बोल कर आई थी।
वर्जन..
-मामले में सभी पहलुओं को गहनता से जांचा जा रहा है। उसके बाद ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सुनील कुमार, थाना प्रभारी, मुलाना