ट्विन सिटी में स्वच्छता का जनाजा, हर तरफ गंदगी के ढेर
करीब तीन करोड़ रुपये से ज्यादा प्रति माह स्वच्छता के नाम पर बहाया जा रहा है लेकिन हालात यह हैं कि ट्विन सिटी इस समय गंदगी से सजी है। हर जगह कूड़ा ही कूड़ा। पॉश एरिया हो या सेक्टर अथवा कोई कॉलोनी, हर जगह गंदगी ही गंदगी। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन सिस्टम तो 25 दिनों से बंद है। रही सही कसर अब डं¨पग प्वाइंटों से कूड़ा नहीं उठने के कारण पूरी हो गई है। शहर के हालात यह हैं कि पिछले पांच दिनों से कहीं से भी कूड़ा नहीं उठा। जगह-जगह सिवाए गंदगी के कुछ दिखाई नहीं दे रहा।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : करीब तीन करोड़ रुपये से ज्यादा प्रति माह स्वच्छता के नाम पर बहाया जा रहा है लेकिन हालात यह हैं कि ट्विन सिटी इस समय गंदगी से सजी है। हर जगह कूड़ा ही कूड़ा। पॉश एरिया हो या सेक्टर अथवा कोई कॉलोनी, हर जगह गंदगी ही गंदगी।
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन सिस्टम तो 25 दिनों से बंद है। रही सही कसर अब डं¨पग प्वाइंटों से कूड़ा नहीं उठने के कारण पूरी हो गई है। शहर के हालात यह हैं कि पिछले पांच दिनों से कहीं से भी कूड़ा नहीं उठा। जगह-जगह सिवाए गंदगी के कुछ दिखाई नहीं दे रहा। विकास विहार, सेक्टर नौ, रोडवेज वर्कशॉप के पीछे, नगर निगम कार्यालय के पास, नाहन हाउस हो या कोई भी एरिया सभी गंदगी से अटे हैं।
बता दें कि डं¨पग प्वाइंट से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी भी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन ठेकेदार की ही है। सवा करोड़ रुपये डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन ठेकेदार को हर माह दिया जाता है जबकि करीब 500 पक्के कर्मचारी हैं। उन्हें भी सफाई के लिए ही वेतन दिया जाता है। इसके अलावा 600 कच्चे कर्मियों की फौज। इन सब के बावजूद गंदगी बढ़ती ही जा रही है क्योंकि अधिकारियों को स्वच्छता से कोई मतलब ही नहीं है। न ही ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई हो रही है।