मार्च में आएगी स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम, तैयारियां आधी-अधूरी
स्वछ सर्वेक्षण की टीम मार्च में अंबाला छावनी आकर सर्वे करेगी। जिसके बाद अंबाला को स्वछ रैकिग में शामिल किया जाएगा। मिशन 2020-2021 में अंबाला को बेहतर रैंकिग दिलाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला: स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम मार्च में अंबाला छावनी आकर सर्वे करेगी। जिसके बाद अंबाला को स्वच्छ रैकिग में शामिल किया जाएगा। मिशन 2020-2021 में अंबाला को बेहतर रैंकिग दिलाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि इस बार सर्वेक्षण अंबाला को अच्छी रैंकिग मिल सके, लेकिन नगर परिषद की आधी-अधूरी तैयारी के चलते स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग घट सकती है। क्योंकि नगर परिषद की ओर से कवायद तो शुरू कर दी गई। मगर अंबाला छावनी को स्वच्छ नहीं बना पाया।
तीन महीने बाद स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम भी आनी है। ऐसे में नगर परिषद के प्रोजेक्ट पूरे तक नहीं हो सके कें। आज भी जगह-जगह गंदगी के ढेर हैं। इतना ही नहीं पालीथिन मुक्त शहर बनाने का अभियान भी फ्लॉप साबित हो गया है। टॉयलेट की हालत आज भी खस्ता है। ऐसे में अंबाला को स्वच्छ बनाने का सपना कैसे साकार हो सकेगा।
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ऐसे कैसा होगा अंबाला स्वच्छ
नगर परिषद ने दो माह पहले खुद स्वच्छ सर्वे कराया था। इनमें स्कूल, कालेज, सरकारी महकमे, संस्थाओं के दफ्तर, सड़क, थाने आदि का सर्वे कराया था। जिसके आधार पर ए प्लस, ए, बी और सी ग्रेड दिए गए थे। इस रिपोर्ट को बनाकर ऑनलाइन पोर्टल पर मुख्यालय को सब्मिट किया गया है। इसमें सभी बेहतर स्थानों की रिपोर्ट भेजी गई है।
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सीवर लाइन का काम अधूरा
अंबाला में सर्वेक्षण के लिए टीम जनवरी में आनी थी, लेकिन कोरोना काल के चलते इस बार टीम मार्च में आएगी। तीन महीने बचे हैं, लेकिन अंबाला की हालत अभी भी नगर परिषद सही नहीं कर पाया है। घरों के शौचालयों को सीवर लाइन से अटैच किया जाना था, लेकिन अभी तक नहीं हो पाया है। सीवर लाइन का काम भी अधूरा है। सड़कों का निर्माण कार्य भी पूरा नहीं हो सका। इसके अलावा लाइटों का काम भी धीमी गति से चल रहा है।
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स्वच्छ मिशन को लेकर तैयारी की जा रही है। क्षेत्र में घर-घर सर्वे कराया जा रहा है। साथ ही लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह खुले में कूड़ा ना डालें।
रीतू शर्मा, को-ऑर्डिनेटर, स्वच्छता मिशन