बाल सुधार गृह में बढ़ी सीसीटीवी से रखी जा रही बाल बंदियों पर नजर
2018 में बाल सुधार गृह (ऑब्जर्वेशन होम) से नौ बाल बंदी फरार हो गए थे। बाल बंदियों ने घटना को उस वक्त अंजाम दिया था जब यहां निर्माण का काम चल रहा था।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : 2018 में बाल सुधार गृह (ऑब्जर्वेशन होम) से नौ बाल बंदी फरार हो गए थे। बाल बंदियों ने घटना को उस वक्त अंजाम दिया था जब यहां निर्माण का काम चल रहा था। वहीं इस साल पांच जुलाई को दो बाल बंदियों ने उनकी बैरक को बदलने पर वहां के एक अधिकारी पर हमला कर दिया था। इन दोनों घटना के बाद विभाग ने सबक लिया और ऑब्जर्वेशन होम में सीसीटीवी की संख्या बढ़ा दी। अब यहां अंदर और बाहर दोनों जगहों पर दस कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि कैमरा पहले भी थे, लेकिन तब संख्या नाम मात्र थी।
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आठ जिलों के बाल बंदी यहां
अंबाला के ऑब्जर्वेशन होम में अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, रोहतक व सोनीपत के 56 बाल बंदी हैं। ये बंदी हत्या, चोरी, डैकेती, छेड़छाड़ व पोक्सो एक्ट केस में यहां बंद हैं। इन सबको होम में बनी पांच बैरक में रखा गया है। इन बंदियों की सुरक्षा के लिए छह कर्मचारियों का स्टाफ इनमें खुद सुपरिटेंडेंट, एक हेड वार्डर व चार वार्डर तैनात हैं।
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पांच जुलाई को इसलिए किया था हमला
बाल सुधार गृह में पांच जुलाई को दो नाबालिग बंदियों ने एक अधिकारी की उनके कार्यालय में ही धुनाई कर दी थी। अधिकारी ने शोर मचाया तो अन्य कर्मचारी वहां पहुंचे और मामले को शांत कराया। विवाद बंदियों की बैरक बदलने को लेकर खड़ा हुआ था। उस दौरान बंदियों ने आरोप लगाया गया था कि अधिकारी द्वारा दिए अकाउंट में रुपये नहीं पहुंचे तो बैरक को बदल दिया गया। घटना की जानकारी आरोपित बच्चों के परिजनों को भी दी गई थी।
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वर्जन
बाल बंदियों की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध हैं। कैमरे की संख्या को पहले से बढ़ाया गया है। इसके अलावा खासकर रात के समय बैरक पर काफी ध्यान रखा जाता है।
-डिप्टी लाल, सुपरिटेंडेंट, बाल सुधार गृह।