फरवरी में शुरू हो सकता है छावनी का कैंसर अस्पताल
कैंसर टर्सरी अस्पताल शुरू करने के लिए एटामिक एनर्जी बोर्ड से फाइनल लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन किया गया है। छावनी के नागरिक अस्पताल परिसर में करीब 72 करोड़ की लागत से 50 बेड का कैंसर टर्सरी सेंटर शुरू करने की तैयारी चल रही है। स्टाफ की नियुक्ति भी लगभग हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कैंसर टर्सरी अस्पताल शुरू करने के लिए एटामिक एनर्जी बोर्ड से फाइनल लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन किया गया है। छावनी के नागरिक अस्पताल परिसर में करीब 72 करोड़ की लागत से 50 बेड का कैंसर टर्सरी सेंटर शुरू करने की तैयारी चल रही है। स्टाफ की नियुक्ति भी लगभग हो चुकी है। 75 नियमित कर्मचारी लगेंगे। 12 में से आठ डाक्टरों की तैनाती हो चुकी है। बाकी चिकित्सकों की तैनाती के लिए दूसरे अस्पताल से ट्रांसफर किया जा रहा है। अब विदेशों से अंबाला पहुंची कैंसर रोगियों की जांच और इलाज में काम आने वाली मशीनों का फाइनल ट्रायल करने के लिए पीजीआइ से रेडिएशन एक्सपर्ट को बुलाया जाना है। इसके लिए सिविल सर्जन की तरफ से रेडिएशन सेफ्टी आफिसर को आनलाइन अप्वाइंट करने को कहा गया है।
सिविल अस्पताल में 72 करोड़ की लागत से कैंसर टर्सरी केयर सेंटर बनकर तैयार है। इसमें विदेशों से कीमती मशीनें भी लगाए जाने का कार्य पूरा हो चुका है। फरवरी 2022 में कैंसर मरीजों को इसकी सौगात दी जाएगी। केवल एटामिक एनर्जी बोर्ड की अनुमति के कारण बिल्डिग शुरू नहीं हो पा रही है। इस बिल्डिग में 42 बेड है और आधुनिक सुविधाओं से लैस है। बिल्डिग के नोडल अधिकारी डा. विनय गोयल ने बताया कि इस टर्सरी केयर सेंटर में कैंसर के सभी प्रकार के मरीजों के उपचार और देखभाल की सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें केमिकल, रेडियोग्राफी और सर्जरी सहित अन्य कई प्रकार की सुविधाएं शामिल हैं। यह प्रदेश का ऐसा पहला सरकारी कैंसर सेंटर होगा जहां आसपास के भी 50 लाख तक के मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। तमाम तैयारियां पूरी होने के बाद अब भारत सरकार के एटामिक एनर्जी बोर्ड से फाइनल लाइसेंस और स्वीकृति मिलने का इंतजार है। इसके लिए कैंसर सेंटर के रेडिएशन सेफ्टी अधिकारी ने एटामिक एनर्जी बोर्ड को तमाम जानकारी भेज दी है। यहां तक कि अनुमति मिलने के छठे चरण तक की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है।
--------------- कैंसर अस्पताल को शुरू करने की स्थानीय स्तर पर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। अब फाइनल लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन कर दिया गया है।
- डा. विनय गोयल, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट