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वार्ड के आरक्षण पर कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ और उपाध्यक्ष में ठनी

पर्ची निकालकर पहले वार्ड किए थे आरक्षित अब रिव्यू पर बवाल एक घंटा बैठ स्थगित रक्षा मंत्रालय पर टिका फैसला कि वार्ड रिजर्व होगा या नहीं बैठक शुरू हुई तो पेश किए एजेंडे

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 08:41 AM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 08:41 AM (IST)
वार्ड के आरक्षण पर कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ और उपाध्यक्ष में ठनी
वार्ड के आरक्षण पर कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ और उपाध्यक्ष में ठनी

जागरण संवाददाता, अंबाला

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छावनी के कैंटोनमेंट बोर्ड में विकास कार्यों पर हुई बैठक में सीईओ अनुज गोयल और उपाध्यक्ष अजय बवेजा के बीच एक बार फिर खुलकर ठन गई। पहली बैठक में कौन से वार्ड को आरक्षित करना है, इसका फैसला पर्ची निकालकर ले लिया, लेकिन आज फिर से इसके रिव्यू की बात पर बवेजा उबल पड़े। सीईओ ने कहा कि निदेशालय से चिट्ठी के मुताबिक काम किया जा रहा है, जबकि बवेजा ने कहा कि जब चुनाव के लिए पहले ही महिला आरक्षित वार्ड तय किया जा चुका है तो आज रिव्यू की बात क्यों की जा रही है। इसको लेकर गर्मा गर्मी रही और बवेजा सहित चार पार्षदों ने एक घंटे तक बैठक का बायकाट कर दिया। बवेजा बोले, सामूहिक रूप से इस्तीफे देने होंगे, तो वे अपने पार्षदों के साथ तैयार हैं। वहीं, सीईओ का तर्क था कि रक्षा मंत्रालय जो भी फाइनल करेगा, उसी के मुताबिक फिर से महिला वार्ड आरक्षित किया जाएगा। पार्षद सुरेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि उपाध्यक्ष पर सीईओ से दु‌र्व्यवहार का भी आरोप है, जिस पर मामला दर्ज किया गया है।

कैंटोनमेंट बोर्ड के चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। बुधवार को कैंटोनमेंट बोर्ड की बैठक में चुनाव को लेकर पार्षदों में जमकर बहस हुई। कैंटोनमेंट के अधिकारियों ने महिला वार्ड रिजर्व करने के लिए कहा तो कुछ भाजपा पार्षदों ने आपत्ति जताते हुए बदलाव करने से इंकार कर दिया। वहीं विपक्ष के पार्षदों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उनका कहना था कि इस बार वार्ड को रिजर्व किया जाए। वह किसी भी वार्ड से लड़ने के लिए तैयार है। साथ ही तीन महिला वार्ड को रिजर्व करने पर खूब बहस हुई। बैठक में जब हंगामा होता रहा और पार्षद एक-दूसरे पर हावी होने लगे। मामले को बढ़ता देख बैठक करीब डेढ़ घंटे के लिए स्थगित कर दी। उसके बाद एक बजे बैठक हुई। जिसमें कैटोनबोर्ड के अधिकारियों ने पक्ष और विपक्ष के पार्षदों को समझाया। रिजर्व वार्ड के लिए मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस को पत्र लिखने का आश्वासन दिया। इस पर दोनों पक्ष राजी हो गए। चुनाव के साथ-साथ वार्ड रिजर्व के लिए पत्र भेजा जाएगा। उसके बाद दिशानिर्देश जारी होगे। उसके बाद पर्ची निकाली जाएगी। पर्ची से ही सदस्यों को वार्ड मिलेगा। ये है वार्ड

अंबाला छावनी में आठ वार्ड है। इसमें तीन लेडिज वार्ड, एक एससी वार्ड और चार जनरल वार्ड शामिल है। बैठक में महिला वार्डो रिजर्व करने पर जमकर बहस हुई। जो कैंटोनबोर्ड की चर्चा का मुख्य विषय रहा। हमें किसी भी वार्ड से चुनाव लड़ाया जो तो हमारी उसी वार्ड से जीत होगी। दिक्कत उन लोगों को होगी जिनके पास से महिला वार्ड छीना जा रहा है। भाजपा की सरकार में खुद की पार्टी के खिलाफ फैसले ले रहे है।

- सुरेंद्र तिवारी, कांग्रेस पार्षद हमारी मांग थी कि जो पहले पत्र आया था उसके आधार पर वार्ड रहेंगे। लेकिन अब वार्डो को क्यों रिजर्व किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय को पत्र भेजा जाएगा। जो भी आदेश होंगे वह मान्य रहेंगे। इस पर मैं भी सहमत हूं।

- अजय बवेजा, पार्षद भाजपा


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