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शंखनाद सम्मेलन से संतों ने कहा, राम मंदिर बनवाओ या कुर्सी छोड़ो

अंबाला में आयोजित विश्‍व हिंदू परिषद के शंखनाद सम्‍मेलन में संतों ने कहा कि सरकार अयोध्‍या में राम मंदिर का निर्माण कराए अन्‍यथा कुर्सी छोड़ दे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 03 Dec 2018 11:01 AM (IST)Updated: Mon, 03 Dec 2018 11:01 AM (IST)
शंखनाद सम्मेलन से संतों ने कहा, राम मंदिर बनवाओ या कुर्सी छोड़ो
शंखनाद सम्मेलन से संतों ने कहा, राम मंदिर बनवाओ या कुर्सी छोड़ो

अंबाला शहर, जेएनएन। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर बुलाए गए विश्व हिंदू परिषद के शंखनाद सम्मेलन में संतों ने कहा कि सरकार राम मंदिर बनवाए अन्‍यथा कुर्सी छोड़ दे। इसके लिए सरकार अध्यादेश लाए या नया कानून बनाए, लेकिन राम मं‍दिर को निर्माण किया जाए। संतों ने कहा कि वर्ष 2019 चुनाव से पहले मंदिर बनाया जाए नहीं तो इसका असर चुनाव पर पड़ेगा।

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यहां आयोजित सम्मेलन में अंबाला संसदीय क्षेत्र सहित करीब 50 साध्वी एवं संतों ने मंच से श्रीराम मंदिर बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो अयोध्या में श्रीराम मंदिर मंदिर बनवाएगा, हिंदू व संत समाज उसी का साथ देगा। कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय सचिव धर्म नारायण ने कहा कि जब देश के न्यायालय के पास 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं को समझना प्राथमिकता नहीं है तो समाज खुद अपना निर्णय लेगा।

बाद में संतों ने राम मंदिर निर्माण को लेकर सांसद रतन लाल कटारिया को ज्ञापन भी सौंपा। इस सम्मेलन में अंबाला सहित पंचकूला, यमुनानगर, जगाधरी से हजारों लोग जुटे। विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में मुख्य वक्ता डॉ. महेश मनोचा थे।

अब राम भक्तों को हाथ खोलने होंगे

सम्मेलन में संतों ने कहा कि अब समय आ गया है कि न केवल भगवान राम की जन्म भूमि बल्कि काशी विश्वनाथ का मंदिर और भगवान श्रीकृष्ण की जन्म स्थली को भी हिंदुओं को सौंप दिया जाए। राम मंदिर निर्माण नहीं होने का कारण विरोधियों से पूछा जाना चाहिए। अगर सरकार के हाथ बंधे हुए हैं तो राम भक्तों को अपने हाथ खोलने होंगे। सम्मेलन में राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी, अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल, कालका की विधायक लतिका शर्मा, भाजपा के जिला प्रधान जगमोहन लाल कुमार, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. संजय शर्मा भी पहुंचे।


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