टूटी बेंच और बिखरे कूड़े ने प्रेमनगर के पार्क की खूबसूरती को लगाया ग्रहण
मोटा पैसा लगाकर स्थानीय प्रशासन द्वारा विकसित किये गए पार्कों की इस बदहाली से इनमें व्यस्त दिनचर्या से थोड़ा समय निकालकर सुबह दोपहर और शाम के वक्त पार्क में घूमने का मन बनाने वाले लोग परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: मोटा पैसा लगाकर स्थानीय प्रशासन द्वारा विकसित किये गए पार्कों की इस बदहाली से इनमें व्यस्त दिनचर्या से थोड़ा समय निकालकर सुबह, दोपहर और शाम के वक्त पार्क में घूमने का मन बनाने वाले लोग परेशान हैं। रखरखाव के आभाव बेंच, झूले और व्यायाम के उपकरणों सहित शोभामान और औषधीय पौधे खराब हो रहे हैं। शुक्रवार को प्रेमनगर में पार्क के रखरखाव का जायजा लेने के दौरान यहां पर इसमें कूड़ा बिखरा पड़ा मिला, यहां बैठने के लिए स्थापित की गई पत्थर की बेंचे टूटी हुई थी और कूड़ा डालने के लिए लगाये गए डबल डस्टबिन भी खराब हालत में पाये गये। बच्चों के झूले और व्यायाम के उपकरण भी रखरखाव के आभाव के शिकार मिले और कुत्ते यहां आराम करते पाये गए। बच्चों के साथ यहां घूम रहे एक सज्जन ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पार्क विकसित करते समय जनसामान्य को जिन सुविधाओं की सौगात दी गई थी वह अब अव्यवस्था का शिकार हो रही है। पार्क में सफाई व्यवस्था सुचारु नहीं है। यहां पास में ही एक कंपनी से भोजनअवकाश के दौरान घूमने आये कुछ लोगों ने बताया कि समय-समय पर इसके पार्क के बारें में सुझाव भी दिये जाते रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई समधान नहीं किया गया है। स्वास्थय की ²ष्टि से गंदे पार्क में घूमना भी सही नहीं है। जानकारी यह भी मिली की सुबह शाम यहां खेलने वाले बच्चे अक्सर पेड़ पौधों और फूलों को नुकसान पहुंचाते हैं। गार्ड आदि न होने से इन्हें रोकना भी संभव नहीं होता है।