रिश्वतकांड : एक और गिरफ्तार, निकाले 13 कर्मी बोले हमसे भी मांगी घूस
शहर के नागरिक अस्पताल में विजिलेंस ने छापामारी कर हरदीप राणा को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पहले संजीव कुमार 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए थे। स्वास्थ्य महकमे में आउटसोर्स के नाम पर 60 हजार रुपये मांगे गए थे जबकि सौदा 30 हजार रुपये में फाइनल हो गया था।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : शहर के नागरिक अस्पताल में विजिलेंस ने छापामारी कर हरदीप राणा को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पहले संजीव कुमार 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए थे। स्वास्थ्य महकमे में आउटसोर्स के नाम पर 60 हजार रुपये मांगे गए थे, जबकि सौदा 30 हजार रुपये में फाइनल हो गया था। आरोपित हरदीप को मंगलवार अदालत में पेश किया जाएगा। सोमवार को विजिलेंस ने अस्पताल में छापामारी तो की, लेकिन वह आरोपित को लोगों की निगाह से बचाकर ले जाना चाहती थी। इस प्रकरण में करीब 13 और कर्मी सामने आए हैं, जिन्हें नौकरी से निकाला जा चुका था। निकाले गए इन र्किमयों ने कहा कि उन्हें भी नौकरी में बरकरार रहने के लिए रिश्वत की मांग की थी। विजिलेंस ने रिकार्ड कब्जे में ले लिया है। एक जुलाई से ही ठेका हुआ था। इस ठेकेदार के पास सिक्योरिटी गार्ड रखने के मामले में भी पूछताछ कर रही है कि कहीं यहां भी रिश्वत का खेल तो नहीं चला। उधर, नामजद पुनीत अत्री और राजकुमार अभी भी अंडरग्राउंड हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि यमुनानगर के राजेश कुमार ने विजीलेंस को शिकायत देकर वह 27 अगस्त 2019 को सुपरवाइजर संजीव कुमार से मिला। पहले संजीव कुमार ने राजेश की बात अनसुना कर दी और बाद में दबाव बनाकर 60 हजार रुपये की रिश्वत मांग ली। सौदा 30 हजार रुपये में तय हो गया। इसी बीच राजेश ने एसपी विजीलेंस सुरेश कौशिक को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से टीम का गठन कर छापामार कार्रवाई की गई। शनिवार को राजेश कुमार तीस हजार रुपये देने के लिए शहर अस्पताल पहुंचा। संजीव से फोन पर बात की और उस अस्पताल से नीचे बुलाया। ट्रामा सेंटर में जैसे ही राजेश ने संजीव को 30 हजार रुपये दिए, तो संजीव ने उसे दबोच लिया।