पति का शव देख बिलख उठी बिरमा, सीजेएम ने दी सांत्वना
अंबाला सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा भुगत रहे विजयपाल की मौत की खबर जैसी ही बुधवार को उत्तर प्रदेश में परिजनों को मिली उन्होंने अंबाला आने की तैयारी शुरू कर दी।
अवतार चहल, अंबाला
अंबाला सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा भुगत रहे विजयपाल की मौत की खबर जैसी ही बुधवार को उत्तर प्रदेश में परिजनों को मिली उन्होंने अंबाला आने की तैयारी शुरू कर दी। काफी मशक्कत के बाद परिवार को रात साढ़े 9 बजे एक वैन मिली। जिसमें पूरी रात 404 किलोमीटर सफर तय कर सुबह 7 बजे अंबाला सेंट्रल जेल पहुंचे। करीब 12 बजे शव गृह पहुंचे।
पोस्टमार्टम रूम पर कागजी प्रकिया शुरू की गई, लेकिन इससे पहले परिवार को शिनाख्त करवाई गई। विजयपाल के शव को देख पत्नी बिरमा देवी बिलख उठी। इस दौरान सीजेएम अनीता रानी ने उसे सांत्वना दी और संभाला भी। इसके बाद विजयपाल के बेटे से बोलीं- मां को संभालो। बेटे ने मां को चुप करवाया। इसके बाद कागजी प्रकिया आगे बढ़ी। पोस्टमार्टम की पूरी प्रकिया सीजेएम ने अपनी नजर के सामने करवाई।
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-पैरोल पर गए विजयपाल को साढू ने ही पकड़वाया था पिजौर में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा भुगत रहे विजयपाल ने करीब दो साल पहले पैरोल पर जाना चाहा। इसके लिए अपने साढू रामपाल की मदद ली। रामपाल ने जमानत दे दी, लेकिन इसके लिए अपनी जमीन बतौर सिक्योरिटी दर्ज करवानी पड़ी। पैरोल लेकर विजयपाल भगौड़ा हो गया। पुलिस तलाश में जुटी रही। आगे की प्रकिया शुरू हुई तो रामपाल की जमीन पर आंच आने लगी। ऐसे में रामपाल ने ही अपने साढू विजयपाल को गिरफ्तार करवाया था। भगौड़ा होने पर विजयपाल के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया था। इस कारण विजयपाल की सजा की अवधि और बढ़ गई। अन्यथा अब तक विजयपाल की सजा पूरी हो रही थी। हालांकि अभी भी विजयपाल की सजा करीबन एक साल रह गई थी।
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-15 जनवरी को मिलने के लिए बेटे को बुलाया था
विजयपाल की बीते 5 जनवरी को ही फोन के जरिए बातचीत हुई थी। इसमें विजयपाल ने अपने बेटे अजय से किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था। इससे पहले भी कभी कोई शिकायत नहीं की थी। साथ ही बेटे को 15 जनवरी मिलने के लिए बुलाया था।