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ट्विन सिटी में बेलगाम ऑटो बन रहे जिदगी के लिए खतरा

ट्विन सिटी में बेलगाम ऑटो लोगों की जिदगी के लिए खतरा बन गए हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन बहुत से ऑटो ऐसे जो मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 06:20 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 06:20 AM (IST)
ट्विन सिटी में बेलगाम ऑटो बन रहे जिदगी के लिए खतरा
ट्विन सिटी में बेलगाम ऑटो बन रहे जिदगी के लिए खतरा

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : ट्विन सिटी में बेलगाम ऑटो लोगों की जिदगी के लिए खतरा बन गए हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन बहुत से ऑटो ऐसे जो मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे। ऐसे ऑटो चालक सरेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। अवैध तरीके से दौड़ रहे इन ऑटो पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही, जिसका खामियाजा अब जनता को भुगतना पड़ रहा है। यह ऑटो लोगों इस कद्र खतरा बन चुके हैं की परेशानी का सबब बन चुके हैं।

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जहां चाहा वहीं लगा दी ब्रेक

बेलगाम ऑटो चालक सड़क पर खड़ी सवारी को देख पीछे आ रहे वाहनों को न देख अचानक से ब्रेक लगा देते हैं। ऐसे में हादसे की संभावना बढ़ जाती है। ट्विन सिटी में ट्रैफिक नियम के यह हालात हर कदम टूट रहे हैं। वहीं रही कसर को दोपहिया वाहन चालक पूरी कर रह रहे जो जल्दी जाने के चक्कर में सड़क से शॉटकट को अपना रहे हैं। यही नहीं कुछ माह पहले ट्रैफिक पुलिस ने दावा किया था कि ट्विन सिटी के मुख्य चौराहों पर ऑटो चालकों को खड़ा नहीं होने दिया जाएगा। इन चौराहों में मानव चौक, अग्रसेन चौक, पॉलीटेक्निक चौक, सिटी सिविल अस्पताल चौक, कैंट से इंदिरा चौक, अस्पताल चौक, बस स्टैंड सहित अन्य चौक शामिल थे। मगर पुलिस का यह अभियान कुछ दिन ही चला। आज हालात पहले से भी बदतर हैं।

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बाहरी वाहनों पर ज्यादा सख्ती

ट्रैफिक रूल हर किसी के लिए एक समान है, बावजूद इसके हाइवे पर चौपहिया वाहन चालकों के चालान काटने वाली ट्रैफिक पुलिस बाहरी वाहनों पर ज्यादा सख्ती करती है। खासकर उन वाहनों को रोका जाता है, जो दूसरे राज्यों से अंबाला में प्रवेश करते हैं। फिर बाद में उन चालकों को चालान काटकर थमा दिया जाता है। लेकिन बहुत से चालक ऐसे हैं जो यातायात नियमों को अनदेखा करते हुए गाड़ी की रफ्तार बढ़ाते रहते हैं। लेकिन जब चालान कर दिया जाता है तो वह चालान का भुगतान करना भी जरूरी नहीं समझते हैं।

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वर्जन

जो ऑटो बिना रजिस्टर्ड के चलते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। ऑटो में सवारियां बिठाना भी निर्धारित किया हुआ है। अगर फिर भी ऑटो भरकर चल रहे हैं तो चालान किए जाएंगे।

-गौरव कुमार, एसएचओ, ट्रैफिक विग।


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