108 नंबर पर फोन करने के बाद भी नहीं आई सरकारी एंबुलेंस, बीमार व्यक्ति ने दम तोड़ा
जागरण संवाददाता, अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में मंगलवार को एक बार फिर बड़ी लापरवाह
जागरण संवाददाता, अंबाला
छावनी के नागरिक अस्पताल में मंगलवार को एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। पिछले पांच दिनों से अस्पताल में दाखिल एक मरीज को डॉक्टर ने चंडीगढ़ पीजीआइ रेफर कर दिया, लेकिन मरीज को रेफर करने के लिए कोई सरकारी एंबुलेंस ही नहीं मिली। जिस कारण उसकी जान चली गई। हालांकि इस बारे में कोई शिकायत नहीं की गई और मृतक के परिजन शव लेकर चले गए। मृतक की पहचान 60 वर्षीय महेंद्र निवास गांव जठलाना जिला यमुनानगर के रूप में हुई।
जानकारी के अनुसार महेंद्र की पिछले कई दिनों से तबीयत खराब थी। जिस कारण परिजनों ने उसे पांच-छह दिन पहले ही छावनी के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया था। तबीयत में कोई सुधार नहीं होने पर मंगलवार सुबह इमरजेंसी में कार्यरत डॉक्टर ने उसे चंडीगढ़ पीजीआइ रेफर कर दिया। ऐसे में परिजन मरीज को रेफर करने के लिए 108 नंबर पर संपर्क करते रहे और 11:30 बजे तक कोई एंबुलेंस नहीं आई। इधर, इमरजेंसी के अंदर ही स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को सांस की दिक्कत होने लगी। उसे डॉक्टर ने ऑक्सीजन लगा दी। जब 12 बजे तक कोई सरकारी एंबुलेंस नहीं आई, तो परिजन अस्पताल के बाहर खड़ी एक निजी एंबुलेंस ले आए। मरीज को निजी एंबुलेंस में लेटाकर चलने ही वाले थे और इसी दौरान मरीज म¨हद्र ने दम तोड़ दिया। शव को दोबारा इमरजेंसी में लाया गया और डॉक्टर ने ईसीजी करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने कहा कि अगर 108 नंबर की एंबुलेंस सही समय पर आ जाती तो पीजीआइ पहुंचने पर म¨हद्र कुमार की जान बच सकती थी।