Ambala News: 71 प्रतिशत शराब ठेकों की नीलामी से 5093 करोड़ लाइसेंस फीस, 29 प्रतिशत ठेकों के लिए मुसीबत बरकरार
Ambala News 71 प्रतिशत शराब ठेकों की नीलामी से 5093 करोड़ लाइसेंस फीस मिल चुकी है। जबकि अब 29 फीसद के लिए सोमवार मंगलवार को तारीख निर्धारित की जाएगी। अब तक जितने ठेकों की नीलामी हुई है उससे सरकार पिछले साल के राजस्व के सरकारी आंकड़े तक पहुंच चुकी है।
अंबाला, दीपक बहल: प्रदेश में तीन चरणों में ई-टेडरिंग के माध्यम से शराब ठेकों की नीलामी में 71 प्रतिशत ठेके नीलाम किए जा चुके हैं, जबकि अब 29 फीसद के लिए सोमवार, मंगलवार को तारीख निर्धारित की जाएगी। अब तक जितने ठेकों की नीलामी हुई है, उससे सरकार पिछले साल के राजस्व के सरकारी आंकड़े तक पहुंच चुकी है। अब जो 29 प्रतिशत बचे हैं, इससे सरकार को मुनाफा ही होगा। माना जा रहा है कि 20 से 25 प्रतिशत अधिक राजस्व बढ़ेगा।
साल 2022-23 में 207 करोड़ से अधिक का राजस्व मिला था
साल 2022-23 में सरकार के पास लाइसेंस फीस 5101 करोड़ रुपये आई थी, वहीं अब 71 प्रतिशत शराब ठेकों की नीलामी से 5093 करोड़ रुपये की लाइसेंस फीस मिल चुकी है। यानी कि महज 11 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करना है और अभी 29 प्रतिशत शराब ठेकों की नीलामी होनी है। सूत्रों के अनुसार साल 2022-23 में 207 करोड़ से अधिक का राजस्व मिला था, जबकि इस बार 143 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार हो चुका है। हालांकि अभी 29 प्रतिशत शराब ठेकों के जोन की नीलामी होनी है।
अभी और बचे ठेकों की नीलामी होनी है
फरीदाबाद में 557 करोड़ से 669 करोड़ रुपये हो चुका है। अंबाला में 207 से 143 करोड़, करनाल में 274 करोड़ से 159 करोड़, नारनौल में 125 करोड़ से 163 करोड़, पंचकूला में 207 करोड़ से 122 करोड़, रोहतक में 176 करोड़ से 172 करोड़, सिरसा में 175 करोड़ से 123 करोड़ रुपये हो चुका है। हालांकि जहां पर आंकड़ा कम है, वहां अभी और बचे ठेकों की नीलामी होनी है। गुरुग्राम में 568 करोड़ रुपये से आंकड़ा बढ़कर 860 करोड़ रुपये तथा गुरुग्राम वेस्ट में 510 करोड़ से 603 करोड़ हो गया है।
झज्जर में 201 करोड़ से 235 करोड़, जींद में 160 करोड़ से 112 करोड़, कैथल में 115 करोड़ से 110 करोड़, कुरुक्षेत्र में 129 करोड़ से 61 करोड़, सोनीपत में 329 करोड़ से 321 करोड़, जगाधरी में 201 करोड़ से 121 करोड़, हिसार में 201 करोड़ से 121 करोड़, मेवात में 53 करोड़ से 43 करोड़, पलवल में 117 करोड़ से 118 करोड़, पानीपत में 237 करोड़ से 176 करोड़ और रेवाड़ी में 235 करोड़ से 245 करोड़ रुपये हो चुका है। इसी तरह भिवानी में जहां पहले 204 करोड़ था, वहीं अब 229 करोड़ हो गया है। इसी तरह फतेहाबाद में 98 करोड़ से 54 करोड़ हो चुका है।
प्रदेश सरकार का टारगेट
सरकार का टारगेट, ठेके कम, आमदनी ज्यादा प्रदेश सरकार का टारगेट है कि इस बार ठेकों की संख्या कम हो लेकिन इसके मुकाबले राजस्व बढ़ जाए। प्रदेश में पहले 2496 ठेके थे, वहीं अब घटकर 2373 की ई टेंडरिंग के माध्यम से बोली हो रही है। सोनीपत जोन में 74 जोन में से 26 जोन पेंडिंग हैं, जबकि कुरुक्षेत्र में 27 में से 15 जोन की नीलामी होनी है। इसी तरह अंबाला में 61 जोन में से 25 जोन की नीलामी होनी है।