गुरु को हमेशा अपने मन में धारण करें: सुदर्शन
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गोबिद नगर में दीवान सजाया गया। रागी जत्थों ने गुरु शबद से संगत को निहाल किया।
जासं, अंबाला: गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गोबिद नगर में दीवान सजाया गया। रागी जत्थों ने गुरु शबद से संगत को निहाल किया। दीवान समापन उपरांत प्रबंधक कमेटी की तरफ से मिष्ठान प्रसाद व लंगर का वितरण किया गया। खालसा सृजना दिवस के उपलक्ष्य में केंद्रीय गुरुद्वारा गुरुपर्व कमेटी की तरफ से पिछले कुछ समय से तैयारियां की जा रही थी। 12 अप्रैल को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ आरंभ किए गए। 14 अप्रैल वैशाखी के दिन सुबह श्री अखंड पाठ साहिब संपन्न्न किए। इसके बाद गुरुद्वारा साहिब में कथा-कीर्तन का कार्यक्रम हुआ। प्रधान सुदर्शन सिंह सहगल ने बताया कि आज के ही दिन मुगलों के जुलमों का खात्मा करने के लिए श्री गुरु गोबिद सिंह ने सिघ सजाए थे। ऐसे गुरु को हमेशा अपने मन में धारण करना चाहिए और उनकी दी हुई शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए गुरु वाला बनना चाहिए।
गुरु शब्दों से संगत हुई निहाल
गुरुद्वारा कछतरी सत्संग में गुरुद्वारा साहिब में दिवान सजाए गए। जिसमें हजूरी रागी सतनाम सिंह, मनजौत कौर, गुरसीन कौर एवं स्वर्ण मंदिर अमृतसर के हजूरी रागी भाई सतविद्र सिंह ने कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल किया और गुरु महाराज के दिखाएं मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। कई घंटों तक गुरु शब्दों का सिलसिला चलता रहा। आखिर में लंगर के रूप में संगत को अटूट प्रसाद वितरित किया।