नारायणगढ़ महिला थाने की एसएचओ को छोड़कर सभी स्टाफ बदले गए
नारायणगढ़ महिला थाना पीड़िताओं की शिकायतों को दबाने केस को कमजोर करने और भ्रष्टाचार के मामलों में सुíखयों में है। अंबाला रेंज की आइजी भारती अरोड़ा ने जहा पूर्व महिला एसएचओ और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामला कुरुक्षेत्र को ट्रासफर कर वहां के एसपी को एसआइटी बनाने के आदेश दिए हैं वहीं नारायणगढ़ महिला थाने की एसएचओ को छोड़कर सारा स्टाफ बदल दिया गया है।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : नारायणगढ़ महिला थाना पीड़िताओं की शिकायतों को दबाने, केस को कमजोर करने और भ्रष्टाचार के मामलों में सुíखयों में है। अंबाला रेंज की आइजी भारती अरोड़ा ने जहा पूर्व महिला एसएचओ और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामला कुरुक्षेत्र को ट्रासफर कर वहां के एसपी को एसआइटी बनाने के आदेश दिए हैं वहीं नारायणगढ़ महिला थाने की एसएचओ को छोड़कर सारा स्टाफ बदल दिया गया है।
हालांकि अभी तक इस मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई थी कि नारायणगढ़ में सतविदर के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इस मुकदमे में हवलदार रजनी शर्मा को भी नामजद किया गया है। मामला रिश्वत से जुड़ा है, जिसकी आडियो तक बतौर पुलिस को दी गई। डीएसपी नारायणगढ़ ने भ्रष्टाचार के इस मुकदमे में शिकायतकर्ता को शनिवार को बुलाया है। इसी बीच एसपी हामिद अख्तर ने इस भ्रष्टाचार की फाइल को भी डीएसपी बराड़ा के हवाले कर दिया। अब इन दोनों मामलों की अलग-अलग जांच होगी। फिलहाल तीनों आरोपित महिलाएं फरार हैं।
-------------- पहला मामला
डीएसपी बराड़ा ने जांच की जिसके बाद महिला थाना प्रभारी सतविदर कौर व एसआइ राजविदर कौर को सस्पेंड कर दिया गया। आरोप है कि दुष्कर्म के मामले को हल्की धाराओं में दर्ज कर दिया गया। आरोपित ने नाबालिग लड़ी के साथ हैवानियत भी की। पीड़िता ने 26 जून 2021 को शिकायत महिला थाना व अधिकारियों को दी थी। पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर गंभीर अपराध को रफा दफा कर दिया। जांच में पता चला कि पीड़िता ने महिला थाने में ईमेल कर दास्तां बताई, लेकिन पुलिस ने इस मामले को कमजोर कर दिया। पीड़िता पर बयान बदलने का आरोप भी लगाया गया और समझाया गया कि यह मामला यदि मीडिया में आया, तो उसकी बदनामी होगी।
--------------- दूसरा मामला
नारायणगढ़ थाने में दहेज के एक मामले में पुलिस कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। इस मामले मे समझौता करवाने के नाम पर हवलदार रजनी शर्मा ने पीड़ित पक्ष से 26 हजार रुपये की रिश्वत ले ली। शिकायतकर्ता का कहना है कि रजनी शर्मा ने तीन किस्तों में यह रकम ली। एक व्यक्ति को डीएसपी का रीडर बताकर मिलाया गया, जिसने दो हजार रुपये भी लिए। इसके बाद शिकायतकर्ता ने एक सोशल वर्कर का सहारा लिया और सारा मामला बताया। सोशल वर्कर ने ही इस मामले में शिकायतकर्ता की ओर से मोबाइल फोन पर बात की और इसे रिकार्ड कर लिया। रजनी शर्मा ने इस आडियो में माना कि उसने रुपये लिए हैं और बकाया भी मांगा। अब इस मामले की जांच डीएसपी बराड़ा को सौंपा गया है।