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प्री बोर्ड परीक्षा में फिर आई खामी, 80 की जगह थमाया 66 अंक का प्रश्नपत्र

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : प्री बोर्ड की परीक्षा में खामियों का सिलसिला थम नहीं रहा ह

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Feb 2018 02:59 AM (IST)Updated: Wed, 07 Feb 2018 02:59 AM (IST)
प्री बोर्ड परीक्षा में फिर आई खामी, 80 
की जगह थमाया 66 अंक का प्रश्नपत्र
प्री बोर्ड परीक्षा में फिर आई खामी, 80 की जगह थमाया 66 अंक का प्रश्नपत्र

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : प्री बोर्ड की परीक्षा में खामियों का सिलसिला थम नहीं रहा है। मंगलवार को नई खामी उस समय सामने आई जब 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र थमाए गए। कुल 80 अंकों की परीक्षा थी लेकिन उसमें प्रश्न पत्र 66 अंकों के ही थे। विद्यार्थियों ने इस बारे में अपने अध्यापकों से बात की तो उनकी भी सांसें फूल गई। आनन-फानन में स्कूल ¨प्रसिपल्स ने खंड शिक्षा अधिकारी से लेकर डीईओ तक को मेल कर मामले से अवगत कराया। निदेशालय के पास मामला पहुंचा और निदेशालय ने पत्र जारी कर कहा कि जिस जिले में जितने अंकों की परीक्षा हुई है उसी हिसाब से उनकी गिनती कर समानुपात में उनके सतत तथा व्यापक मूल्यांकन (सीसीई) हेतु अंक दे दिए जाएंगे।

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दरअसल, मंगलवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अधीन आने वाले स्कूलों में 10वीं की प्री बोर्ड सामाजिक विज्ञान की परीक्षा थी। यह परीक्षा 80 अंकों की होनी थी, लेकिन प्रश्न पत्र में 14, 15, 16, 17 और 18 प्रश्न ही ¨प्रट नहीं हुए, जबकि 19वां प्रश्न प्रकाशित कर दिया गया। पेपर के ऊपर 80 नंबर की परीक्षा लिखा आया लेकिन जब बच्चों ने प्रश्नों को पढ़ा तो 13वें प्रश्न के बाद सीधा 19वां प्रश्न दिखाई दिया। इस पर बच्चों ने अपने अध्यापकों से इस बारे में पूछा। अध्यापकों ने पांच प्रश्न न देखकर जब प्रश्नों का कुल योग गिना तो 66 अंकों का प्रश्न पत्र बना। बता दें कि प्री बोर्ड की परीक्षाओं के अंक बोर्ड की परीक्षाओं में जुड़ने हैं। इसी कारण ¨प्रसिपल के साथ-साथ विद्यार्थियों की सांसें भी निदेशालय द्वारा लेटर जारी होने तक अटकी रही।

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आज दसवीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के प्री बोर्ड पेपर में हुई गलती बोर्ड की दोषपूर्ण कार्यशैली का नमूना है। एक तरफ तो बोर्ड विद्यार्थियों के भविष्य को अच्छा बनाने के लिए बड़ी-बड़ी डींगें हांक रहा है लेकिन दूसरी तरफ पेपरों में लगातार हो रही लापरवाही और कमियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

अशोक कुमार सैनी, जिला सचिव, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ।

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शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली लगातार दोषपूर्ण होती जा रही है। बोर्ड लगातार फीसों में बढ़ोतरी कर रहा है, चाहे स्कूली बच्चे हो या फिर एचटेट की, परीक्षा फीसों में बेतहाशा बढ़ोतरी की जा रही है लेकिन गुणवत्ता और सुविधाओं के स्तर पर गिरावट आ रही है। डेढ़ माह बीत जाने पर भी एचटेट का रिजल्ट नही निकाला जा रहा।

लाभ ¨सह, जिला प्रेस सचिव, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ।


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