अनुमति के बाद उड़ा CM का चॉपर, सामाजिक कार्यक्रम पर रही चुनाव अधिकारियों की नजर
अपनी चुनावी रैलियों में व्यस्तता के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चॉपर से अंबाला से सोनीपत रवाना होना पड़ा। इसके लिए चालक जिला प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ी।
अंबाला [दीपक बहल]। अपनी चुनावी रैलियों में व्यस्तता के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चॉपर से अंबाला से सोनीपत रवाना होना पड़ा। इसके लिए चालक जिला प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ी। अंबाला में वह एक सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे, इसलिए चॉपर में अंबाला से सोनीपत रवाना होने का खर्चा चुनावी खर्च में नहीं जोड़ा गया, लेकिन चुनाव से जुड़े अधिकारियों की कार्यक्रम पर समाप्त होने तक नजर रही। कार्यक्रम में कोई राजनीतिक बैनर या झंडे का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
बता दें कि रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी। इस कार्यक्रम से भाजपा लोकसभा के प्रत्याशी रतनलाल कटारिया, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, राज्य मंत्री एंव कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से प्रत्याशी नायब सिंह सैनी, मुलाना विधायक संतोष सारवान सहित भाजपा से जुड़े अन्य दिग्गज नेताओं ने दूरी बनाए रखी।
भाजपा विपक्ष के हाथ में कोई भी ऐसा मुद्दा नहीं छोड़ना चाहती थी ताकि विपक्ष इस कार्यक्रम में नेताओं की मौजूदगी को राजनीतिक रंग दे सके। महज अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल ही कार्यक्रम में मौजूद थे, क्योंकि यह कार्यक्रम उनकी विधानसभा क्षेत्र में था।
करीब डेढ़ घंटे में कार्यक्रम समाप्त हुआ, जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल कड़ी सुरक्षा के बीच शहर के सेक्टर दस में स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री की सुरक्षा बंदोबस्त चाक चौबंद थे। गाड़ी के माध्यम से सीएम को चॉपर तक लाया गया। यहां पर सीएम चॉपर में बैठे और सोनीपत के लिए उड़ान भरी।
अंबाला शहर की एसडीएम एवं एआरओ कमलप्रीत कौर ने दैनिक जागरण को बातचीत में बताया कि चॉपर की अनुमति गैर राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए ली गई थी। इस कार्यक्रम में चुनाव अधिकारी भी मौजूद रहे और देखा गया कि इस कार्यक्रम में राजनीतिक झंडे या बैनर नहीं लगाए गए थे।