Move to Jagran APP

रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगने का आरोपित गिरफ्तार

षड्यंत्र के तहत रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 11 लाख रुपये हड़पने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपित को धर दबोचा। आरोपित जय कुमार निवासी गांव सरांवा थाना सढौरा जिला यमुनानगर का रहने वाला है। आरोपित को न्यायालय के आदेशानुसार 1 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Mar 2022 03:06 AM (IST)Updated: Sun, 13 Mar 2022 03:06 AM (IST)
रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगने का आरोपित गिरफ्तार
रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगने का आरोपित गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : षड्यंत्र के तहत रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 11 लाख रुपये हड़पने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपित को धर दबोचा। आरोपित जय कुमार निवासी गांव सरांवा थाना सढौरा जिला यमुनानगर का रहने वाला है। आरोपित को न्यायालय के आदेशानुसार 1 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।

loksabha election banner

28 दिसंबर 2021 को कलालटी के प्रशांत वालिया ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अक्टूबर 2017 में उनके घर राहुल आया था। तब उसने कहा कि था कि उनकी सरकार में पहुंच है। मुलाना की एमएलए व उसके बेटे के साथ उसके अच्छे संबंध हैं। तब आरोपित ने उसे सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। रेलवे में टिकट कलक्टर की नौकरी लगवाने की एवज में आरोपित ने 12 लाख रुपये देने को कहा। मामला 11 लाख रुपये में तय हुआ था। प्रशांत के अनुसार 3 नवंबर 2017 को राहुल उससे चार लाख अस्सी हजार रुपये ले गया। उसने कहा कि 20 हजार रुपये कुछ दिन बाद दे देंगे। कुछ दिन बाद राहुल ने 20 हजार रुपये की डिमांड की। पैसे लेने के बाद जल्द ही उसे रेलवे में नौकरी दिलवाने की बात कही। दो साल तक आश्वासन देता रहा दो साल तक आरोपित उसे आश्वासन देता रहा। 16 फरवरी 2020 को आरोपित फिर उनके घर आया और कहा कि रेलवे में नौकरी लग गई है। जल्द ही उसे ज्वाइनिग लेटर मिल जाएगा। प्रशांत के अनुसार 17 फरवरी 2020 को वह दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। 18 फरवरी को उसे ग्रुप सी पे बैंड-1 टिकट चेकर का लेटर दे दिया गया। पोस्टिग के लिए उसे दोबारा आने के लिए कहा। प्रशांत ने बताया कि जब वह गांव आया तो राहुल ने कहा कि जिस दिन आप बकाया राशि दोगे उसी दिन पोस्टिग भी मिल जाएगी। बाद में बुकिंग क्लर्क का लेटर थमाया

आरोपित ने उससे कहा कि तुमलोगों ने पैसे देने में देरी कर दी है। इसलिए अब वह बुकिग क्लर्क का लेटर दिलवाएगा। 17 मार्च 2020 को राहुल घर आकर 6 लाख रुपये भी ले गया और ज्वाइनिग के नाम पर झूठे आश्वासन देता रहा। पीड़ित ने बताया कि जब उसने ज्वाइनिग लेटर व आइडी कार्ड की जांच करवाई तो वे फर्जी निकले। पूरी साजिश में राहुल वालिया के साथ जय कुमार भी शामिल था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.