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उधार के रुपये नहीं लौटाने वाला आरोपित गिरफ्तार, कारोबारी ने की थी आत्महत्या

6 सितंबर 2020 को अंबाला शहर में जिस अज्ञात शव का लावारिस समझकर संस्कार कर दिया था वह मोहाली का होलसेल कपड़ा व्यापारी निकला। करीब 35 लाख रुपये का कपड़ा दूसरे कारोबारियों को उधार दे रखा था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 07:10 AM (IST)
उधार के रुपये नहीं लौटाने वाला आरोपित गिरफ्तार, कारोबारी ने की थी आत्महत्या
उधार के रुपये नहीं लौटाने वाला आरोपित गिरफ्तार, कारोबारी ने की थी आत्महत्या

जागरण संवाददता, अंबाला : 6 सितंबर 2020 को अंबाला शहर में जिस अज्ञात शव का लावारिस समझकर संस्कार कर दिया था, वह मोहाली का होलसेल कपड़ा व्यापारी निकला। करीब 35 लाख रुपये का कपड़ा दूसरे कारोबारियों को उधार दे रखा था। लॉकडाउन में रुपये वापस मिलने से परेशान था और इसी कारण उसने अंबाला शहर में ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। खास बात यह है कि मृतक बलदेव सिंह ने सुसाइड करने से पहले मोबाइल में एक ऑडियो भी रिकॉर्ड की थी, जिसमें बताया था कि उसने किन-किन से कितना रुपया वसूलना है। इस मामले में पुलिस ने अब एक आरोपित बिलासपुर निवासी संजू को गिरफ्तार किया है। उसे सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से चार दिन का रिमांड मंजूर हुआ है।

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जीआरपी को दी शिकायत में लखबीर सिंह ने बताया था कि वह सेक्टर 68 मोहाली का रहने वाला है। उसके दो भाई बलदेव सिंह व निर्मलजीत सिंह निवासी सेक्टर 46 रेहड़ी मार्केट में कपड़े का होलसेल का कारोबार करती हैं। सभी भाई अबाला शहर से कपड़ा लेकर जाते हैं। उन्होंने बताया कि 5 सितंबर 2020 को ससुराल में एक कार्यक्रम में शामिल होने बटाला पंजाब आया था। दुकान की चाबी बलदेव सिंह को दी थी। बलदेव सिंह ने बताया कि वह कपड़े के सिलसिले में एसके कलेक्शन अंबाला शहर जा रहा था। 7 सितंबर को जब कार्यक्रम से लौटा तो बलदेव सिंह के बारे में पूछा। परिजनों ने बताया कि उसे ढूंढ रहे हैं। उसके मोबाइल पर कॉल कर रहे हैं, लेकिन वह उठा नहीं रहा। इसके बाद एसके कलेक्शन के मालिक मोंटू से पता किया तो उसने बताया कि बलदेव 6 सितंबर को अपनी एक्टिवा दुकान पर खड़ा करके गया था। कहा था कि वह कुछ देर में एक्टिवा ले जाएगा, लेकिन नहीं आया। उसने निर्मलजीत सिंह को भेजकर उसे मंगवा लिया। एक्टिवा की डिग्गी खोली तो उसमें मोबाइल मिला, जबकि अंग्रेजी में लिखी पर्ची मिली, जिसमें सुसाइड का जिक्र था। इसमें यह भी बताया गया कि उनके मोबाइल में वॉयस रिकार्डिंग भी है। इस रिकार्डिंग को सुना तो पाया कि जिनको कपड़े उधार में दिए थे उनके नाम लिए गए हैं।

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सोशल मीडिया पर की थी भाई की तलाश

लखबीर सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर भाई की तलाश की। इसी दौरान अंबाला शहर से आहूजा ब्रदर्स ने फोन कर बताया कि वाट्सअप पर फोटो भेज रहा हूं। फोटो देखकर उसने अपने भाई के शव को पहचान लिया। इसके बाद 13 सितंबर को परिवार सहित जीआरपी चौकी अंबाला शहर गए, जहां पता चला कि शव लावारिस समझकर संस्था द्वारा संस्कार कर दिया गया है।

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रिकार्डिंग में इनके नाम

बलदेव ने बताया कि रिकार्डिंग में कई लोगों के नाम सामने आए हैं। इन में संजू क्लाथ हाउस बिलासपुर, मुन्नी और अर्जुन और रायपुर वाला दिनेश और निवासी श्रीखान जीरकपुर और इनका एक और भाई है। इन तमाम से पैसे लेने हैं, के बारे में बताया हुआ है। उन्होंने बताया कि करीब 35 लाख रुपये का कपड़ा उधार दिया गया था, जो वापस नहीं मिल रहा था। सबसे ज्यादा पैसे संजय बिलासपुर हिमाचल प्रदेश से लेने हैं। इसके बारे बताया हुआ है कि उसने पहले साढ़े नौ लाख का चेक दिया था, वह बाउंस हो गया है। इसका कोर्ट में भी केस चल रहा है। मेरे भाई को इन सभी लोगों ने उधार पैसे न लौटाकर व धमकी देकर खुदकुशी करने को मजबूर किया है।


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