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ओलावृष्टि से 75 फीसद फसली नुकसान

पिछले दिनों ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आने वाली फसल का सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब इस रिपोर्ट पर बीमा कंपनियों को अपनी प्रक्रिया पूरी कर मुआवजा घोषित करना है। हालांकि, यह प्रक्रिया कब तक पूरी होगी इसकी जानकारी कृषि विभाग के अधिकारियों को भी नहीं है। इस बीमा योजना के तहत करीब 21 हजार 200 किसानों ने बीमा कवर लिया हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 05:43 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 05:43 PM (IST)
ओलावृष्टि से 75 फीसद फसली नुकसान
ओलावृष्टि से 75 फीसद फसली नुकसान

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : पिछले दिनों ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आने वाली फसल का सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब इस रिपोर्ट पर बीमा कंपनियों को अपनी प्रक्रिया पूरी कर मुआवजा घोषित करना है। हालांकि, यह प्रक्रिया कब तक पूरी होगी इसकी जानकारी कृषि विभाग के अधिकारियों को भी नहीं है। इस बीमा योजना के तहत करीब 21 हजार 200 किसानों ने बीमा कवर लिया हुआ है। इनमें से 4950 लोगों ने ओलावृष्टि के मुआवजे को लेकर आवेदन किया था। कृषि विभाग व बीमा कंपनी ने लगभग 146 गांवों में किए सर्वे में 75 फीसद तक नुकसान का आकलन किया है।

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत धान की फसल के लिए प्रति एकड़ 29 हजार 750 रुपये मुआवजा तय किया हुआ है। कृषि विभाग के मुताबिक इस बीमा के तहत किसानों से 595 रुपये प्रीमियम लिया जाता है। वहीं, इस बीमा योजना से बाहर के किसानों का सर्वे राजस्व विभाग द्वारा किया गया है जिस पर मुआवजे की घोषणा सीधे सरकार को करनी है।

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मंडी की आवक पर भी असर

ओलावृष्टि से किसान तो प्रभावित हैं ही अनाज मंडी में आवक पर भी असर पड़ा है। बीते साल शहर अनाज मंडी में जहां इस अवधि में 28 लाख 12 हजार 462 ¨क्वटल धान की आवक हुई थी वहीं, इस साल आवक करीब 1 लाख 43 हजार ¨क्वटल कम है।

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रिपोर्ट बीमा कंपनी को भेज दी गई है

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सर्वे पूरा कर रिपोर्ट बीमा कंपनी को भेज दी गई है। अब मुआवजे पर निर्णय बीमा कंपनी को लेना है। करीब 5 हजार किसानों ने आवेदन किया था, जिनके खेतों में सर्वे किया गया है।

डॉ. गिरीश नागपाल, कृषि उप निदेशक


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