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हाउ¨सग बोर्ड में 70 अवैध निर्माण ढहाए, पुलिस-मकान मालिकों में झड़प

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के सुभाष नगर में मंगलवार को नगर निगम ने 70 क्वार्टरों के

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Aug 2018 09:16 PM (IST)Updated: Tue, 07 Aug 2018 09:16 PM (IST)
हाउ¨सग बोर्ड में 70 अवैध निर्माण ढहाए, पुलिस-मकान मालिकों में झड़प
हाउ¨सग बोर्ड में 70 अवैध निर्माण ढहाए, पुलिस-मकान मालिकों में झड़प

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के सुभाष नगर में मंगलवार को नगर निगम ने 70 क्वार्टरों के आगे से अतिक्रमण हटाया। इस दौरान पुलिस और अतिक्रमणकारियों के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने जब कार्रवाई में बाधा बनने वाले लोगों पर सख्ती की तो धक्का-मुक्की हो गई। हाईवोल्टेज ड्रामे और विरोध के बीच निगम टीम 6 घंटे में अतिक्रमण हटा पाई। संयुक्त आयुक्त गगनदीप ¨सह और ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार हवा ¨सह की देखरेख में हुई कार्रवाई रुकवाने के लिए विभिन्न दलों के राजनेता पहुंच गए। वहीं महिलाओं ने सड़क पर बैठ हनुमान चालीसा का पाठ किया। एक व्यक्ति ने अपशब्द बोले तो पुलिस ने उसे बालों से पकड़ लिया। जिसे परिजनों ने बड़ी मुश्किल से छुड़वाया। यूं चली अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई

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सुबह साढ़े 10 बजे एमई हरीश और बि¨ल्डग ब्रांच से ड्राफ्टमैन त¨जद्र ¨सह होमगार्ड और पुलिस के साथ सुभाष नगर पहुंचे। पहले से एकजुट भाजपा नेता रवि सहगल और इनेलो से ओंकार ¨सह ने एमई और ड्राफ्टमैन से बातचीत की। ओंकार ¨सह ने कहा हमें आर्डर दिखाओ फिर कार्रवाई करना। लेकिन आफिस आर्डर नहीं थे इसीलिए निगम अधिकारियों ने आफिस से दस्तावेज मंगवाए। हाईकोर्ट के आदेशों को ड्राफ्टमैन ने पढ़ कर सुनाया। इस बीच ओंकार ¨सह और अधिकारियों में भी झड़प हुई।

जेसी की सख्ती के आगे नहीं टिका कोई

दोपहर 3 बजे संयुक्त आयुक्त गगनदीप ¨सह के पास इनेलो और भाजपा नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी। जेसी ने कहा कि जब नोटिस दिए और सुनवाई के लिए बुलाया गया तब कोई क्यों नहीं बोला। आज सुनवाई की बजाए कार्रवाई होगी।

यह हैं सुभाष नगर में तोड़फोड़ की वजह

हाउ¨सग बोर्ड निवासी विनीत चोपड़ा का पड़ोसी के साथ झगड़ा है। चोपड़ा ने अतिक्रमण हटाने की शिकायत निगम में की थी, बाद में हाईकोर्ट में याचिका एडवोकेट एसकेएस बेदी के साथ मिलकर दायर की थी। हाईकोर्ट पहले ही छावनी में अतिक्रमण हटाने के मामले का निपटारा कर चुका है। इसीलिए हाईकोर्ट ने याचिका को अवमानना माना। अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी। इसीलिए निगम ने तारीख से पहले कार्रवाई की।

दस दिन में अतिक्रमण हटाने के दिए थे नोटिस

क्वार्टर के आगे 12 फीट चौड़ाई और 8 फीट लंबाई में पक्के निर्माण किए हुए हैं। किसी ने शौचालय तो किसी ने अपना पूरा मकान बना रखा। जुलाई में 70 क्वार्टर मालिकों को 10 दिन में स्वयं अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया था लेकिन लोगों ने नोटिस को न तो हाईकोर्ट में चैलेंज किया और न ही इसका विरोध किया है।

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रचा ड्रामा, जनता रोई

निगम की जेसीबी ने तोड़फोड़ शुरू की तो मशीन की एक साइड में व्यक्ति तड़पने लगा। इसी बीच कैंटोनमेंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र तिवारी ने हल्ला मचाया कि मशीन का पंजा लगने से व्यक्ति घायल हो गया। वह तड़फ रहा है जबकि उसको खरोंच तक नहीं आई और न ही कहीं से कोई खून निकला। मौके पर मौजूद लोगों ने व्यक्ति की हालत देख कर कहा कि इसे शायद मिर्गी का दौरा पड़ा है। लेकिन सपनों का घर टूटता देख कर आम जनता बहुत रोई। बच्चों के साथ महिलाएं और बुजुर्ग फुट-फुट कर रोये।

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एक सामान कार्रवाई की है

हाईकोर्ट में दायर अवमानना याचिका के मामले में यह कार्रवाई की गई है और लोगों ने जो दस्तावेज दिखाए हैं उनसे यह प्रतीत नहीं होता कि जमीन क्वार्टर मालिकों को ट्रांसफर या सरकार ने दी है। निगम की कार्रवाई सब पर एक सामान की गई है और शौचालय टूटने पर लोगों को दिक्कत न हो। इसीलिए सफाई निरीक्षक कर यहां पर मोबाइल टॉयलेट लगाने के आदेश दे दिए गए हैं।

गगनदीप ¨सह, संयुक्त आयुक्त, नगर निगम अंबाला।


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