अंबाला में छप रहे थे 500 और 100 रुपये के नकली नोट, पुलिस की कहानी में गोलमाल
500 और 100 रुपये के नकली नोट छपते रहे लेकिन पुलिस बेखबर रही। छापा मारा गया तो दो लोग पकड़े गए। लेकिन बाद में पुलिस ने और ही कहानी बना दी।
जेएनएन, अंबाला। 500 और 100 रुपये के नकली नोट छपते रहे, लेकिन पुलिस बेखबर रही। करनाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने रात सवा नौ बजे यहां छापा मारकर नकली नोटों के धंधे का पर्दाफाश किया है। बलदेव नगर पुलिस ने मौके पर ही दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 19 नोट 500-500 रुपये और 22 नोट 100-100 रुपये के बरामद हुए। प्रिंटर और स्कैनर भी बरामद हुआ।
पकड़े गए दो बदमाशों की पहचान हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी सुमित शर्मा उर्फ रिक्की और आसा सिंह गार्डन में रहने वाले बलजिंद्र के तौर पर हुई। कोर्ट उन्हें दो दिन के रिमांड पर भेज दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस पूरी कहानी में खेल कर दिया। उसका दावा है कि आरोपितों को अंबाला- चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर वाहनों की चेकिंग के दौरान पकड़ा गया, लेकिन सूत्र बता रहे हैैं कि हाउसिंग बोर्ड कालोनी मकान नंबर 846 से पकड़ा गया। चर्चा है कि तीसरा आरोपित भगा दिया गया।
किस तरह पकड़े गए आरोपित
जानकारी के अनुसार करनाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने शुक्रवार को करीब सवा 9 बजे इस कार्रवाई को अंजाम दिया। मकान नंबर 846 हाउसिंग बोर्ड बलदेव नगर में जब करनाल की STF और अंबाला पुलिस ने करीब 9:10 पर दस्तक दी तो इस घर में तीन आरोपित थे, लेकिन पुलिस दो को ही पकड़ पाई। आरोपितों के पास से जो 500-500 रुपये के नए नोट बरामद हुए उन सभी का सीरियल नंबर 5 एलयू 882512 था। इसी तरह 100-100 रुपये के नोट का सीरियल नंबर 3एडी 274663 है। आरोपितों को पुलिस ने मकान नंबर 846 से पकड़ने के बाद कागजों में दिखा दिया कि उन्हें नाका लगाकर चेकिंग के दौरान पकड़ा गया है। ऐसे में पुलिस ने पूरी कहानी क्यों बदली यह समझ से बाहर है।
अभी कर रहे मामले की तफ्तीश
एसएचओ बलवान सिंह का कहना है कि मामले में कितने लोग शामिल हैं इसकी पुलिस तफ्तीश कर रही है। आरोपित दो हैं या तीन यह तो जांच का विषय है। पुलिस किसी आरोपित को क्यों भगाएगी? हमने आरोपितों को नाका लगाकर पकड़ा है।