धरने के पूरे हुए 50 दिन, नहीं हुई कोई सुनवाई
छावनी के तोपखाना परेड में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल 50वां भी जारी रहा। भूख हड़ताल पर बैठी जनता ने कहा कि परेड में राजतंत्र के आगे लोकतंत्र दम तोड़ गया है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के तोपखाना परेड में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल 50वां भी जारी रहा। भूख हड़ताल पर बैठी जनता ने कहा कि परेड में राजतंत्र के आगे लोकतंत्र दम तोड़ गया है। लोकतंत्र में जनता की सुनवाई होती है और यहां तक लोकतंत्र की रक्षा करने वाले नेता ही उनके सामने आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। यहां की जनता का मकान बिना पूर्व सूचना के गिरा दिया जाता है।
यह हड़ताल मालिकाना हक जनसभा के बैनर तले चल रहा है लेकिन इतने दिनों में जनता का जोश कम नहीं हुआ है। रोजाना काफी संख्या में परेड की जनता धरने स्थल पर पहुंच रहे हैं। लोगों ने कहा कि परेड की जनता की मांग है कि उन्हें उनकी जमीन का मालिकाना हक दिला जाएं। उन्होंने कहा कि डीसी से जनता ने मालिकाना हक के लिए बनाई गई प्रपोजल मांगी है जो उन्हें आज तक मांगने पर भी नहीं मिली। इसके अलावा उनके धरने पर आकर कोई आश्वासन देने को तैयार नहीं है। इसीलिए जनता में प्रशासन और शासन के खिलाफ रोष है और इस बार वोट का बहिष्कार करेगी। इतना ही नहीं प्रशासन को पोलिग बूथ तक नहीं बनाने दिया जाएगा।