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वर्कशाप में खड़ी हैं 43 गाड़ियां, अधिकतर कई साल से बढ़ा रही शोभा

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर रोडवेज के घाटे की वजह रोडवेज कर्मी नहीं बल्कि अधिकारी

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 05:30 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 05:30 PM (IST)
वर्कशाप में खड़ी हैं 43 गाड़ियां, अधिकतर कई साल से बढ़ा रही शोभा
वर्कशाप में खड़ी हैं 43 गाड़ियां, अधिकतर कई साल से बढ़ा रही शोभा

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर

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रोडवेज के घाटे की वजह रोडवेज कर्मी नहीं बल्कि अधिकारी हैं। इन अधिकारियों की उदासीनता की वजह से वर्कशाप में 43 गाड़ियां खड़ी हुई हैं। कई गाड़ी तो सालों से वर्कशाप की शोभा बढ़ा रही हैं। महाप्रबंधक कार्यालय पर हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन की अनिश्चितकालीन धरने के पांचवें दिन यह तंज डिपो प्रधान रमेश श्योकंद ने कसे। इस धरने की अध्यक्षता डिपो के उप प्रधान बचन ¨सह व संचालन सचिव महावीर पाई ने किया। श्योकंद ने आगे कहा कि कर्मचारियों की मांगों का सकारात्मक हल निकालने के बजाय अधिकारी हठधर्मिता दिखा रहे हैं और छवि सरकार की धूमिल हो रही है। डिपो प्रधान ने कहा कि अंबाला डिपो में फोरमेन व वर्क मैनेजर कागजों में ही गाड़ियों का काम हुआ दिखाते हैं लेकिन धरातल पर गाड़ियों की रिपेयर नहीं होती। हाल यह है प्रत्येक गाड़ी हर दिन पांच से सात लीटर मोबिल आयल ले रही है। जबकि मोबिल आयल सर्विस पर बदला जा सकता है जो कि गाड़ी के कम से 18 हजार किलोमीटर चलने पर होती है। ऐसे में स्पष्ट है कि जो परिवहन मंत्री आए दिन रोडवेज के घाटे में होने की बात कर रहे हैं उसकी वजह कर्मचारी नहीं बल्कि अधिकारी हैं। अंबाला डिपो में कर्मचारियों की समस्याएं हल नहीं हो रही है जिसके चलते कर्मचारियों को अनिश्चिकालीन धरने पर जाना पड़ा है।


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