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15 हजार डिफाल्टरों में फंसे 26.57 करोड़, अधिकारियों के छूटे पसीने

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बिल एवं जुर्माना माफी योजना को एक माह बढ़ाने के बावजूद अभी भी जिले में 15 हजार डिफाल्टरों से वसूली बाकी है। इन डिफाल्टरों से बिजली के बिल वसूलने में अब नगर निगम अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। योजना के अब महज 11 दिन शेष हैं लेकिन अभी भी डिफाल्टरों में नगर निगम के 26.57 करोड़ रुपये फंसे हैं। सरकार ने 95 फीसद डिफाल्टरों से वसूली का लक्ष्य

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 01:42 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 01:42 AM (IST)
15 हजार डिफाल्टरों में फंसे 26.57 करोड़, अधिकारियों के छूटे पसीने
15 हजार डिफाल्टरों में फंसे 26.57 करोड़, अधिकारियों के छूटे पसीने

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बिल एवं जुर्माना माफी योजना को एक माह बढ़ाने के बावजूद अभी भी जिले में 15 हजार डिफाल्टरों से वसूली बाकी है। इन डिफाल्टरों से बिजली के बिल वसूलने में अब नगर निगम अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। योजना के अब महज 11 दिन शेष हैं लेकिन अभी भी डिफाल्टरों में नगर निगम के 26.57 करोड़ रुपये फंसे हैं। सरकार ने 95 फीसद डिफाल्टरों से वसूली का लक्ष्य अधिकारियों को दिया है। जबकि अंबाला बिजली निगम करीब 72 फीसद लक्ष्य को ही हासिल कर सका है। यह आंकड़ा प्रदेश के 78 फीसद रिकवरी के आंकड़े से काफी कम है।

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55 हजार 55 डिफाल्टर थे 31 जून 2018 तक

जिले में 31 जून तक कुल 55 हजार 55 डिफाल्टर थे। इन डिफाल्टरों पर बिजली निगम के कुल 64.84 करोड़ रुपये फंसे थे। एक नवंबर से योजना शुरू होने के बाद से लेकर 16 जनवरी तक इनमें से कुल 39 हजार 995 डिफाल्टरों ने योजना का लाभ उठाते हुए बिल व जुर्माना राशि जमा कर दी। बिजली निगम ने इनसे 12.84 करोड़ रुपये की रिकवरी की। जबकि इससे करीब दोगुनी राशि 25.43 करोड़ रुपये की राशि सरकार ने माफ कर दी।

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कितना फायदा ले सकते हैं डिफाल्टर

योजना के तहत पीले व गुलाबी कार्डधारकों से महज 1 साल ही बिल ही लिया जा रहा है। बेशक वह 2005 से विभाग के डिफाल्टर हों। यानी एक साल का बिल लेकर शेष 12 साल का बिल माफ। योजना के तहत गांव में रहने वाले डिफाल्टर 40 यूनिट प्रति किलोवाट प्रति माह के हिसाब से एक साल तक भरकर शेष बिल माफ करवा सकते हैं। यानी एक साल में एक किलोवाट लोड वाले ग्रामीण डिफाल्टर से 4800 यूनिट का बिल लिया जा रहा है। दो किलोवाट लोड है तो एक साल के 9600 और तीन किलोवाट लोड पर 14 हजार 440 यूनिट बिल की वसूली की जाएगी। शहर में पीले व गुलाबी कार्ड धारक डिफाल्टर से प्रति किलोवाट प्रति माह 50 यूनिट का बिल लिया जाना है।

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हमारी 72 फीसद से ज्यादा की रिकवरी हो चुकी है। 31 जनवरी तक हम निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। इसके बाद जो डिफाल्टर बिल जमा नहीं कराएगा उनके कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

- आरके खन्ना, एसई बिजली निगम


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