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अंबाला में नौ माह में नशा तस्करी के 64 मामले दर्ज

नशे के खिलाफ बेशक आरोपितों की धरपकड़ कर रही है लेकिन सितंबर माह में ही करीब 40 लाख रुपये के नशीले पदार्थ पुलिस बरामद कर चुकी है। यह आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है। यह वे मामले हैं जो पुलिस पकड़ में आए हैं जबकि इसके बावजूद तस्करी का रैकेट लगातार बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 07:30 AM (IST)
अंबाला में नौ माह में नशा तस्करी के 64 मामले दर्ज
अंबाला में नौ माह में नशा तस्करी के 64 मामले दर्ज

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : नशे के खिलाफ बेशक आरोपितों की धरपकड़ कर रही है, लेकिन सितंबर माह में ही करीब 40 लाख रुपये के नशीले पदार्थ पुलिस बरामद कर चुकी है। यह आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है। यह वे मामले हैं, जो पुलिस पकड़ में आए हैं, जबकि इसके बावजूद तस्करी का रैकेट लगातार बढ़ रहा है। अंबाला में कुछ ऐसे प्वाइंट्स हैं, जहां पर लगातार नशा बिक्री के मामले सामने आ रहे हैं।

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पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि नशा तस्करी का कारोबार बढ़ रहा है। सितंबर माह की बात करें तो पुलिस ने 7 मामलों में 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से स्पैस्मो प्रोक्सीवन प्लस के 144 नशीले कैप्सूल, 417 ग्राम 50 मिलिग्राम हेरोइन व 2 किलो 100 ग्राम चूरापोस्त बरामद किया। इन आरोपितों से पूछताछ की जा रही है, जबकि नशा तस्करी के बड़े मगरमच्छों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।

बता दें जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान जनवरी से सितंबर 2021 के दौरान अंबाला पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते 64 मामलों में 82 आरोपितों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 11 किलो 87 ग्राम अफीम, 212 ग्राम 69 मिलिग्राम सुल्फा/चरस, 771 ग्राम 575 मिलिग्राम हैरोइन, 88 किलो 420 ग्राम चूरापोस्त, 54 किलो 700 ग्राम डोडा पोस्त, 17 किलो 364 ग्राम गांजा, 213 नशीेले इंजेक्शन, 9312 नशीले कैप्सूल व 35 हजार 700 नशीली गोलियां बरामद की गई।

--------------------- युवा वर्ग हो रहे नशे का शिकार

युवा वर्ग अक्सर 16-30 वर्ष की आयु में नशे का शिकार होते है और नशे के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं। बच्चों को जब तक घर से पैसे मिलते हैं, तब तक वह चोरी छिपे नशे का सेवन करता रहता है, ड्रग्स खरीदता है और जब घर से पैसे मिलने बंद हो जाते हैं तो वह छोटी-मोटी चोरी करना शुरू कर देता है। पुलिस आंकड़ों के अनुसार अधिकतर अपराधिक मामलों का कारण नशा ही पाया है। दूसरी ओर अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन को भी नशा तस्करी का अड्डा बनाया है। आरोपित शराब, चूरापोस्त सहित अन्य नशे की तस्करी के लिए रेलगाड़ियों का इस्तेमाल करते हैं। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां पर शातिरों ने बैग में नशा छोड़ दिया, लेकिन इस बैग को उठाने कोई नहीं आया। जीआरपी को भी ऐसे केसों में ज्यादा कामयाबी नहीं मिली, जबकि केस दर्ज कर कार्रवाई कर ली।

--------------------- एसपी ने दी चेतावनी

पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि नशे का कारोबार करने वाले व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा। नशे की तस्करी में संलिप्त पाया गया तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


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