अंबाला ब्लॉक दो में 27 हजार महिलाओं का होगा एनीमिया टेस्ट
अंबाला ब्लॉक द्वितीय के तहत एनीमिया मुक्त अभियान की शुरुआत गांव पंजोखरा से की गई। अभियान के दौरान महिलाओं व बालिकाओं में खून की जांच करने और कमी को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें महिलाओं व बालिकाओं को जागरूक करते हुए इस कार्य को कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला ब्लॉक द्वितीय के तहत एनीमिया मुक्त अभियान की शुरुआत गांव पंजोखरा से की गई। अभियान के दौरान महिलाओं व बालिकाओं में खून की जांच करने और कमी को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें महिलाओं व बालिकाओं को जागरूक करते हुए इस कार्य को कर रही हैं।
एसडीएम अंबाला शहर सचिन गुप्ता ने कहा कि प्रथम चरण में अंबाला द्वितीय विकास खंड के तहत करीब 27 हजार महिलाओं और बच्चियों के खून की जांच करने का कार्य स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किया जा रहा है। अभियान के दौरान जांच करने पर जिन महिलाओं व बालिकाओं में खून की कमी है उन्हें दवाइयां भी उपलब्ध करवाने का काम किया जा रहा हैं। हीमोग्लोबिन शरीर में खून की मात्रा बताता है। पुरुषों में इसकी मात्रा 12 से 16 प्रतिशत तथा महिलाओं में 11 से 14 के बीच होना चाहिए। एनीमिया तब होता है जब शरीर के रक्त में लाल रक्त कणों या कोशिकाओं के नष्ट होने की दर, उनके निर्माण की दर से अधिक होती है। गर्भवती महिलाओं को बढ़ते शिशु के लिए भी रक्त निर्माण करना पड़ता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने की संभावना अधिक रहती है।
सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह ने बताया कि अगर एनीमिया मलेरिया या परजीवी कीड़ों के कारण है तो पहले उनका इलाज करें। लौह तत्वयुक्त चीजों का सेवन करें। इसी तरह विटामिन ए एवं सी युक्त खाद्य पदार्थ खाएं, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरी लड़कियों को नियमित रूप से लौह तत्व व फॉलिक एसिड की एक गोली डॉक्टरों की सलाह अनुसार रोज रात को खाना खाने के बाद लेनी चाहिए। भोजन के बाद चाय के सेवन से बचें, क्योंकि चाय भोजन से मिलने वाले जरूरी पोषक तत्वों को नष्ट करती है। काली चाय एवं कॉफी पीने से बचें, संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छ पेयजल ही इस्तेमाल करें, स्वच्छ शौचालय का प्रयोग करें, खाना लोहे की कड़ाही में पकाएं।