40 हजार रुपये लेकर भ्रूण जांच करते डाक्टर को पकड़ा
पंजाब के लुधियाना स्थित रतन मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में भ्रूण जांच कर बेटा बताने का पर्दाफाश हुआ है। अंबाला शहर के डिप्टी सिविल सर्जन डा. बलविदर कौर के नेतृत्व में मंगलवार देर रात छापेमारी कर अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर दी और पंजाब पुलिस की मदद से डा. अमरजीत सिंह सहित दो महिला कर्मचारियों को पकड़ लिया है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: पंजाब के लुधियाना स्थित रतन मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में भ्रूण जांच कर बेटा बताने का पर्दाफाश हुआ है। अंबाला शहर के डिप्टी सिविल सर्जन डा. बलविदर कौर के नेतृत्व में मंगलवार देर रात छापेमारी कर अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर दी और पंजाब पुलिस की मदद से डा. अमरजीत सिंह सहित दो महिला कर्मचारियों को पकड़ लिया है। 40 हजार रुपये में भ्रूण लिग जांच का सौदा हुआ था। छापेमारी टीम ने डाक्टर से नौ हजार रुपये रिकवर कर लिए हैं जबकि 31 हजार रुपये स्टाफ नर्स लेकर वहां से फरार हो गई।
इस दौरान पता चला कि अंबाला की टीम ने यहां 11 अप्रैल 2017 को भी छापेमारी की थी और अस्थायी रूप से पीसीपीएनडीटी (पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम) के तहत अस्थाई रूप में लाइसेंस रद कर दिया था। मंगलवार रात 11 बजे तक अंबाला की टीम की कार्रवाई जारी रही। पंजाब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कार्रवाई करने शुरू कर दी है।
हुआ यूं कि अंबाला के सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह को सूचना मिली थी कि पंजाब के रतन मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में भ्रूण जांच की जा रही है। अंबाला से कई गर्भवती यहां आकर जांच कराती हैं। इसी आधार पर सीएमओ ने डिप्टी सिविल सर्जन डा. बलविदर कौर के नेतृत्व में टीम बनाई गई। इस टीम में डा. कौशल, डा. विजय, डा. समीर मौजूद थे। गर्भवती महिला ने डाक्टर से बात रतन मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में 40 हजार रुपये सौदा तय हो गया। टीम गर्भवती को लेकर लुधियाना पहुंची, और शाम साढ़े सात बजे महिला का अल्ट्रासाउंड किया गया। महिला को बेटा होने की जानकारी दी, इसके बाद टीम ने छापेमारी कर दी। अंबाला डीसी अशोक कुमार कुमार ने पंजाब के डीसी से संपर्क किया। जिसके बाद पंजाब पुलिस की मदद से स्वास्थ्य महकमे ने इस खेल का पर्दाफाश कर दिया। जांच में पाया गया कि दस्तावेज पूरे किए बिना ही अल्ट्रासांउड कर दिया।