सफाई कर्मचारियों की हाजिरी पर उठे सवाल
नगर निगम अंबाला की बैठक में सफाई व्यवस्था की बदहाल स्थिति पर चर्चा हुई तो इसी दौरान सफाई कर्मचारियों की हाजिरी पर भी पार्षदों ने सवाल उठाये। पार्षदों ने सीधा आरोप लगाया कि कई कर्मचारी तो अफसरों की कोठियों में काम करते हैं जबकि कई हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत काम कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : नगर निगम अंबाला की बैठक में सफाई व्यवस्था की बदहाल स्थिति पर चर्चा हुई, तो इसी दौरान सफाई कर्मचारियों की हाजिरी पर भी पार्षदों ने सवाल उठाये। पार्षदों ने सीधा आरोप लगाया कि कई कर्मचारी तो अफसरों की कोठियों में काम करते हैं, जबकि कई हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत काम कर रहे हैं। ऐसे में इन सभी कर्मचारियों को उनकी ड्यूटी पर लगाया जाए ताकि निगम वार्डों में सफाई व्यवस्था सुधारी जा सके। इसके साथ ही हाजिरी की बात आई, तो पार्षदों ने कहा कि हमें पता ही नहीं चलता कि कौन सा सफाई कर्मचारी कहां पर काम कर रहा है। यदि सफाई दारोगा को फोन करते हैं, तो वह उठाता ही नहीं। ऐसे में किस तरह से क्षेत्र को साफ सुथरा रख पाएंगे। इसके लिए व्यवस्था बनाई जाए ताकि पार्षदों की जानकारी में हो कि कौन सा दारोगा किस वार्ड में है और उसके तहत कितने कर्मचारी सफाई के लिए वार्ड में तैनात किए गए हैं।
बैठक में निगम अधिकारियों ने बताया कि नियम की बात करें, तो चार सौ की जनसंख्या पर एक सफाई कर्मचारी होना चाहिए। मौजूदा समय में निगम के पास 565 सफाई कर्मचारी हैं। ऐसे में साफ है कि निगम को करीब साढ़े सात सौ सफाई कर्मचारी चाहिए। पार्षदों ने कहा कि वार्ड में जितने भी सफाई कर्मी लगाए जाते हैं, उनमें से आधी महिला सफाई कर्मचारी हों।
पार्षदों ने कहा कि अगर सफाई कर्मचारियों से कोठियों पर ही काम करवाना था तो उन्हें भर्ती ही क्यों किया और सरकारी तनख्वाह क्यों दी जा रही। अधिकारी खुद के स्तर पर सफाई कर्मचारी रखें और अपनी तरफ से तनख्वाह दें।