अंबाला में अध्यापक समेत 13 कोरोना संक्रमित मिले
जागरण संवाददाता अंबाला शहर जिले में सोमवार को एक अध्यापक समेत 13 कोरोना संक्रमित मिले ह
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जिले में सोमवार को एक अध्यापक समेत 13 कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं चार कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट गए। सोमवार को 703 लोगों के कोरोना संक्रमण की जांच के लिए नमूने लिए। इसमें 114 स्कूली छात्रों के नमूने लिए हैं।
सोमवार को 13 कोरोना संक्रमित मिलने पर पॉजिटिव मरीजों की संख्या 11953 तक पहुंच गई है। इसमें अभी तक 11754 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। जिले में 53 सक्रिय मरीजों को इलाज के लिए आइसोलेट किया है। जिले में हर रोज स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के लिए स्कूली छात्रों की जांच के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग आरटीपीसीआर जांच के बाद ही छात्रों के प्रमाण पत्र जारी करता है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 703 लोगों के कोरोना संक्रमण की जांच के लिए नमूने लिए। इसमें 114 स्कूली छात्रों के नमूने लिए हैं।
-------------- 11167 फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगी
जिले में अभी तक 11167 फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सोमवार को पुलिस कर्मी और फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई गई। वहीं होमगार्ड राज कुमार को वैक्सीन लगाई गई। जिन लोगों को प्रथम चरण में वैक्सीन लगी है, उन लोगों को दूसरी डोज के लिए एक दिन पहले ही मैसेज पहुंच जाता है।
--------------- कोरोना के नए स्ट्रेन ने विभाग की चिता बढ़ी
जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों का ग्राफ बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की धड़कनें तेज हो गई हैं। वहीं दूसरे राज्यों में नए स्ट्रेन वायरस के मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिता को बढ़ा दिया है। सोमवार को 13 कोरोना संक्रमित मिले हैं, जो पिछले एक सप्ताह में सबसे ज्यादा मिले हैं। इस वजह से 53 सक्रिय मरीजों को इलाज के लिए आइसोलेट किया है।
मालूम हो कि अंबाला में एक सप्ताह से कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ गिर रहा था। इस वजह से इलाज दर में सुधार होने से सक्रिय मरीजों का ग्राफ गिरने लगा था। हाल ही में फिर से सक्रिय मरीजों का ग्राफ गिरने लगा हैं। वर्तमान में जिले में 53 सक्रिय मरीजों को इलाज के लिए आइसोलेट किया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से शारीरिक दूरी का पालन करने और मास्क लगाने की अपील की है। इस संबंध में सीएमओ डा. कुलदीप सिंह ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की जांच मुफ्त की जा रही है।
---------------- आरटीपीसीआर की जांच को प्राथमिकता
स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना की जांच रैपिड एंटीजन किट और आरटीपीसीआर से करती है। इसमें रैपिड एंटीजन किट से सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक जगह पर जांच की जाती थी। इसका 30 मिनट में कोरोना की जांच की रिपोर्ट मिल जाती है। जबकि आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटे बाद रिपोर्ट मिलती है। वहीं रेपिड एंटीजन किट की जांच 50 फीसद तक मान्य होती है।