रेलवे कालोनी में इंटरलॉकिग टाइल्स लगाने में गड़बड़ी
रेलवे कालोनी में इंटरलॉकिग टाइल्स लगाने में गड़बड़ी सामने आ रही है। क्वार्टरों में रहने वाले लोगों का आरोप है कि गटका डालने में 151 का सीमेंट इस्तेमाल किया गया है। जबकि इसमें 61 या 81 को लगाया जाना जरूरी है। इसके चलते सोमवार को काफी विवाद भी हुआ।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : रेलवे कालोनी में इंटरलॉकिग टाइल्स लगाने में गड़बड़ी सामने आ रही है। क्वार्टरों में रहने वाले लोगों का आरोप है कि गटका डालने में 15:1 का सीमेंट इस्तेमाल किया गया है। जबकि इसमें 6:1 या 8:1 को लगाया जाना जरूरी है। इसके चलते सोमवार को काफी विवाद भी हुआ। हालांकि बाद में ठेकेदार ने इसे दुरुस्त करने का आश्वासन दिया।
बता दें कि शहर के रेलवे स्टेशन के पास नए रेलवे क्वार्टर बने हैं। जिनके रास्ते पर इंटरलॉकिग टाइल्स लगाए जा रहे हैं।
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- पुरानी पाइप लाइनों से लीकेज जारी
रेलवे कालोनी के रास्ते को बेशक इंटरलॉकिंग टाइलों से चमकाया जा रहा हो, लेकिन गड़बड़ियां जमीन से रिस कर बाहर आ रही हैं। इन टाइलों के नीचे पुराने पाइप लाइन को छोड़ दिया गया है। इससे पानी की लीकेज हो रही है।
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- मिलीभगत कर रैंप बनाने का आरोप
क्वार्टर में रहने वाले शटरिग मास्टर आपरेटिग राम बहादुर यादव ने आरोप लगाया कि यहां पर मिलीभगत से काम किया जा रहा है। अधिकारियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। ठेकेदार उन्हें खुश करने के लिए मेरे क्वार्टर के पास रैंप बनवा रहे हैं। हालांकि अन्य अधिकारियों ने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया
-------- वर्जन
-मेरे पास कालोनी मे इंटरलॉकिग टाइल्स और पाइप लाइन बिछाने का टेंडर था, जो लगभग दस लाख रुपये का था। इस काम को पूरा करवा रहे हैं। क्वार्टर में रहने वाले बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
गोपी, ठेकेदार