कोरोना काल में रेलकर्मियों को नहीं मिल रहा वेतन
नॉर्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन द्वारा निजीकरण की नीतियों और लंबित पड़ी मांगों को लेकर लेकर मोर्चा खोला गया। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला।
जागरण संवाददाता, अंबाला: नॉर्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन द्वारा निजीकरण की नीतियों और लंबित पड़ी मांगों को लेकर लेकर मोर्चा खोला गया। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। रेलवे स्टेशन पर नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने बताया कि कोरोना काल में कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। कार्यकर्ताओं ने अंग्रेजों भारत छोड़ो के अवसर पर रेल बचाओ देश बचाओ दिवस के रूप में धरना-प्रदर्शन किया।
जुलूस रेलवे कालोनी से होता हुआ रेलवे स्टेशन फर्स्ट क्लास गेट तक पहुंचा। जहां पर मांगों को लेकर सभा हुई। सभा में मंडल अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा ने कहा कि मंत्रालय की मजदूर विरोध नीतियों व रेल मंत्रालय द्वारा 109 रूट पर 151 प्राइवेट ट्रेनों को चलाने के निर्णय की आलोचना की। इस महामारी के समय 50 फीसद स्टाफ को निकाल दिया गया। बाकी स्टाफ को भी पूरा वेतन नहीं मिला है। रेलवे स्टेशन पर जो स्टॉल है उसको भी आइआरटीसी को दिया जा रहा है। स्टेशन बड़ी-बड़ी कंपनियों को दिए जा रहे हैं। इस अवसर पर मंडल मंत्री सीएस बाजवा, विनोद कुमार, सी एंड डब्ल्यू सुखविद्र सिंह, श्याम सुंदर, रविद्र, कौशल कुमार, संतोष कुमार आदि उपस्थित रहे।