बुक बैंक बनाने में ब्लॉक वन अव्वल, अकेले जोड़ी 16 हजार
बुक बैंक बनाने में जिले में ब्लॉक एक अव्वल रहा। ब्लॉक एक के 67 स्कूलों ने बुक बैंक बनाए। जबकि ब्लॉक दो ने भी प्रयास किये और पांच स्कूलों ने बुक बैंक बनाने में भूमिका निभाई।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बुक बैंक बनाने में जिले में ब्लॉक एक अव्वल रहा। ब्लॉक एक के 67 स्कूलों ने बुक बैंक बनाए। जबकि ब्लॉक दो ने भी प्रयास किये और पांच स्कूलों ने बुक बैंक बनाने में भूमिका निभाई। लेकिन जिले के अन्य ब्लॉकों का इसमें कोई योगदान नहीं रहा। जिले में 72 स्कूलों में बुक बैंक बन गए हैं, जिनमें सरकारी, प्राइवेट और एडेड तीनों तरह के स्कूलों ने अपना योगदान दिया। इससे कुल 17 हजार 610 किताबें उपलब्ध हो गई हैं।
बता दें कि डिप्टी डीईओ पहले ब्लॉक एक में बतौर बीईओ कमान संभाल रहे थे। उन्होंने बुक बैंक बनाये जाने की प्लानिग की थी। तत्कालीन एसडीएम सतेंद्र सिवाच ने इस योजना को हरी झंडी दे दी थी। इसके बाद स्कूलों में बुक बैंक बनाए जाने का कदम उठाया था और वह कदम अब रंग लाने लगा है। जिसके चलते ब्लॉक एक के 67 स्कूलों ने बुक बैंक बनाये। जिसमें 3102 विद्यार्थियों ने 16389 किताबें दी और इन किताबों का 3478 विद्यार्थियों ने लाभ उठाया। इसी तरह ब्लॉक दो के 5 स्कूलों ने बुक बैंक बनाए। जिनमें 403 विद्यार्थियों ने अपनी 1221 किताबें दान में दी और इन किताबों का 413 विद्यार्थियों ने लाभ उठाया। -यूनिफार्म में भी ब्लॉक एक आगे
यूनिफार्म बैंक बनाने में ब्लॉक एक ही आगे रहा है। जिले में 29 स्कूलों ने यूनिफार्म बैंक बनाए गए हैं। जिसमें 26 स्कूल ब्लॉक एक के हैं और 3 स्कूल ब्लॉक दो के हैं। 29 स्कूलों के विद्यार्थियों ने 1182 वर्दियां इकट्ठी कर दान दी और इन वर्दियों का 1084 विद्यार्थियों ने लाभ उठाया है। वर्जन
स्कूलों में बुक बैंक बनाये जाने की योजना शुरू की गई थी। इसमें काफी स्कूलों ने बुक बैंक बनाए हैं। जिले के 72 स्कूलों ने बुक बैंक बनाए हैं। जिन्हें स्कूल एजुकेशन डायरेक्टर सतेंद्र सिवाच ने सम्मानित भी किया है। एक पुस्तक को कई बच्चे पढ़ सकें, न कि हर साल नई किताबें खरीदें और पर्यावरण को बचाए रखने के लिये बुक बैंक बनवाएं जा रहे हैं। सभी ब्लॉकों में स्कूलों को प्रेरित किया जा रहा है।
- सुधीर कालड़ा, डिप्टी डीईओ