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महिला विशेषज्ञ डाक्टर छुट्टी पर, गर्भवती महिलाएं आप्रेशन के लिए शहर रेफर

छावनी नागरिक अस्पताल के प्रसूति विभाग में महिला विशेषज्ञ डाक्टरों का संकट गहरा गया है। दो गायनी सर्जन विशेषज्ञ में से जहां डॉ. हरिप्रिया डयूटी में बदलाव करवाने की मांग रखकर छुट्टी पर चल रही है तो वहीं डॉ. सुगंधा चोपड़ा भी सोमवार चार दिन की मेडिकल लीव पर चली गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 06:41 AM (IST)
महिला विशेषज्ञ डाक्टर छुट्टी पर, गर्भवती महिलाएं आप्रेशन के लिए शहर रेफर
महिला विशेषज्ञ डाक्टर छुट्टी पर, गर्भवती महिलाएं आप्रेशन के लिए शहर रेफर

अंशु शर्मा, अंबाला

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छावनी नागरिक अस्पताल के प्रसूति विभाग में महिला विशेषज्ञ डाक्टरों का संकट गहरा गया है। दो गायनी सर्जन विशेषज्ञ में से जहां डॉ. हरिप्रिया डयूटी में बदलाव करवाने की मांग रखकर छुट्टी पर चल रही है तो वहीं, डॉ. सुगंधा चोपड़ा भी सोमवार चार दिन की मेडिकल लीव पर चली गई। स्थिति इस कद्र बिगड़ चुकी है कि महिला वार्ड महज स्टाफ नर्स के सहारे ही चल रहा है। जो नार्मल केस आते है वो तो स्टाफ नर्स कर देती है, लेकिन आप्रेशन की स्थिति पड़ते ही गर्भवती महिलाओं को आनन-फानन में अंबाला शहर नागरिक अस्पताल रेफर किया जा रहा है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि कांट्रेक्ट बेस पर डाक्टर को ऑनकॉल बुलाया जाएगा। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के पास अपनी कोई भी महिला सर्जन विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है। वार्ड में करीब आठ स्टाफ तैनात है। जो गर्भवती महिलाओं के कार्ड व फाइलें आदि बनाने से लेकर नार्मल डिलीवरी करवा रही है और साथ ही वार्ड में दाखिल महिलाओं के पास भी राउंड कर उन्हें दवाएं दे रही है। रविवार को भी गर्भवती महिलाओं को रेफर का सिलसिला चला।

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गायनी डाक्टरों की कमी पर मंत्री विज बोले: कांट्रेक्टर पर रखे जाएंगे डाक्टर

एसएनसीयू यूनिट का उद्घाटन करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के समक्ष भी गायनी विशेषज्ञों की कमी का मामला उठाया गया। मंत्री विज ने कहा कि जल्द ही डाक्टर आ जाएंगी। जिलेभर में वह वॉक इन इंटरव्यू शुरू करने जा रहे हैं। जहां जरुरत होगी वहां कांट्रेक्ट पर डाक्टर रखे जाएंगे।

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रोजाना 5-6 गर्भवती महिलाओं की आप्रेशन से होती डिलीवरी

प्रसूति विभाग में रोजाना 12-15 मामले डिलीवरी के केस आते हैं। जिसमें नार्मल के अलावा 4-5 केस आप्रेशन के होते हैं। डयूटी डाक्टर की मदद से सभी आप्रेशन छावनी अस्पताल में ही किए जाते थे। लेकिन सोमवार को महिला वार्ड में कोई भी महिला विशेषज्ञ सर्जन नहीं रही। सुबह से रात 10 बजे तक कोई केस आए तो उन्हें स्टाफ नर्स ने देखा और आप्रेशन के केस को रेफर कर दिया।

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यह है महिला विशेषज्ञों की स्थिति

नागरिक अस्पताल छावनी में तीन महिला विशेषज्ञ है। डॉ. मंजू सीनियर मेडिकल ऑफिसर है जोकि चौंडमस्तपुर की इंचार्ज है। वह केवल महिलाओं की ओपीडी में चैकअप करती है। आप्रेशन के लिए दो ही डाक्टर है। डॉ. हरिप्रिया व डॉ. सुगंधा। डॉ. हरिप्रिया ईएनटी व गायनी दोनों की विशेषज्ञ है, लेकिन अज्ञात कारणों के चलते उन्होंने भी बतौर ईएनटी ही कार्य करने के लिए विभाग से गुहार लगा दी है। अस्पताल प्रबंधन ने मामला विभाग के आलाधिकारियों के समक्ष रख दिया है।

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सोमवार को डॉ. सुगंधा भी चार दिन की मेडिकल लीव ली है। विकल्प के तौर पर अंबाला शहर रेफर किया जा रहा है और ऑनकॉल प्राइवेट अस्पताल की डाक्टर को भी रखा गया है, जल्द इसका समाधान निकाला जाएगा।

डॉ. सतीश, एसएमओ, नागरिक अस्पताल अंबाला


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